उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय महापर्व संपन्न, घाटों पर उमड़ा आस्था का सैलाब
राजधानी लखनऊ के ट्रांसगोमती क्षेत्र में बनाये गए आर्टिफिशियल घाट पर भी खूब जुटे श्रद्धालु
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। उदयीमान ( उगते) सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही गुरुवार सुबह चार दिवसीय छठ महापर्व संपन्न हो गया। छठ पूजा के चौथे दिन महिलाओं ने सूर्य को अर्घ्य देकर 36 घंटे से चल रहा निर्जला व्रत तोड़ा। इस मौके पर राजधानी के ट्रांसगोमती क्षेत्र के जानकीपुरम, फैजुल्लागंज, गुड़म्बा आदि क्षेत्र में खूब उत्साह देखने को मिला। नदियों और जलाशयों पर व्रतियों की भीड़ रही। कुर्सी रोड स्थित होटल रॉयल आयोजनम में छठ पूजा के लिए बिपेंद्र सिंह द्वारा आर्टिफिशियल घाट बनाया गया था। जहां सुबह तीन बजे से भक्त पहुंच कर तैयारियों में जुट गए। जैसे ही सूर्यदेव की पहली किरण निकली, उन्हें अर्घ्य दिया गया। बाद में उपस्थित श्रद्धालुओं ने व्रतियों से ठेकुआ का प्रसाद प्राप्त किया।
फैजुल्लागंज में महिलाओं ने घर पर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया। सामाजिक कार्यकर्ता ममता त्रिपाठी ने बताया कि कोरोना काल के समय से फैजुल्लागंज में महिलाएं घर पर ही छठ पूजा कर रही है, प्लास्टिक वाटर पूल में जल भर कर महिलाओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर सभी के लिए अच्छे स्वास्थ्य व सुख समृद्धि की कामना की।वहीं जानकीपुरम विस्तार स्थित सृष्टि अपार्टमेंट रेजिडेंट एसोसिएशन द्वारा सृष्टि अपार्टमेंट में भी सूर्य उपासना महापर्व छठ पर्व के लिए विशेष व्यवस्था की गई।जहां रवि-विभा वर्मा, आत्मा चंद-माधुरी चंद, संजीव-कविता श्रीवास्तव, मैनी देवी, अरविंद सिंह, विकास सिंह, सुजीत साहू, गरिमा, रुद्र, अपूर्वा, साक्षी प्रिया, अनुप्रिया, अमन, अनुपम-अंजलि, विवेक-अपेक्षा, कमलेश-नमिता, मनोज गुप्ता, रंजीत गुप्ता, सुधाकर-स्नेहिल, डॉ कुलदीप-प्रगति सिंह, डॉ रजनी श्रीवास्तव समेत बड़ी संख्या में लोगों ने पूजन अर्चन किया।
नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ था छठ महापर्व
नहाय-खाय के साथ चार दिवसीय छठ महापर्व शुरू हुआ था। सोमवार को नहाय-खाय था। इसके अगले दिन मंगलवार को खरना का व्रत। बुधवार शाम छठ पूजा का पहला अर्घ्य था।