एमिटी लॉ स्कूल लखनऊ कैंपस में सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन
कार्यशाला का उद्घाटन डायरेक्टर प्रो० जेपी यादव ने वेबीनार द्वारा किया
क्राइम रिव्यू
लख़नऊ। एमिटी लॉ स्कूल एमिटी यूनिवर्सिटी के लखनऊ कैम्पस में आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन डायरेक्टर प्रो. जेपी यादव ने वेबीनार द्वारा किया। इस अवसर पर एमिटी लॉ स्कूल के निदेशक ने अतिथियों का स्वागत करते हुए इस कार्यशाला के महत्व और प्रासंगिकता पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से शिक्षक और लॉ के छात्रों में विधिक शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे परिवर्तनों के बारे में ज्ञान होगा। नई शिक्षा नीति ने भारतीय शिक्षा के सभी क्षेत्रों में नवाचार पर विशेष बल दिया है, जिससे हमारा समाज और शिक्षा लाभान्वित होगा। अपने विशिष्ट वक्तव्य में उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता बी.टी. कौल ने नई शिक्षा पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि समाज के अनुरूप ही शिक्षा व्यवस्था होनी चाहिये। केस आधारित विश्लेषण हमारी शिक्षा का अभिन्न हिस्सा हो तो हम समाज के अनुरूप एक व्यस्था निर्मित कर सकेंगे। श्री कौल ने प्राथमिक शिक्षा से ही छात्रों में विधिक शिक्षा और उसके अध्ययन की पद्धित विकसित करने पर जोर दिया।
प्रो. कमल जीत सिंह (कुलपति, मधुसुदन लॉ यूनिवर्सिटी, कटक) ने अपने उदबोधन में आधुनिक भारत में शिक्षा के विविध आयामों पर विचार करते हुए कहाकि भारतीय प्रतिभाशाली युवाओं को उनके प्रोफेशन के ज्यादा जागरूक करने की आवश्यकता है। नई शिक्षा नीति में युवाओं और छात्रों के पर्याप्त अवसर हैं। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय कार्यशाला की सह-संयोजिका ज्योत्सना सिंह ने किया। डॉ. अक्षिता श्रीवास्तव (सह-संयोजिका) ने इस अवसर पर धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यशाला के संयोजक डॉ. तपन कुमार चंदोला ने बताया कि इस कार्यशाला में देशभर से विद्वान भाग ले रहे हैं। इस अवसर पर एमिटी लॉ स्कूल के सभी संकाय सदस्य उपस्थित रहे।