श्रीलक्ष्मण गौशाला में धूमधाम से मनाई गई गोपाष्टमी
गाय हमारी वैदिक संस्कृति की पोषक : प्रभु जालान
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। श्री लक्ष्मण गौशाला जानकीपुरम में शुक्रवार को गोपाष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने गो पूजन व गौ ग्रास कराया। तत्पश्चात लोगों में प्रसाद वितरण किया गया है।
सबसे पहले गायों को नहलाकर उनको सजाया गया। इसके बाद गौशाला की गायों और नवजात बछड़े को गुड़ खिलाने के उपरांत माला पहनाकर पूजा-पाठ किया गया। गोशाला परिसर में कलश और दीप जलाकर विधिवत पूजा सम्पन्न की गई।श्री लक्ष्मण गौशाला के अध्यक्ष प्रभु जालान ने कहा कि गाय हमारी वैदिक संस्कृति की पोषक हैं। भगवान कृष्ण ने ही असीम सेवा करके वैदिक संस्कृति की रक्षा करने का काम किया था इसलिये हम सभी का दायित्व बनता है कि गौ सेवा कर पुण्य के भागी बने। उन्होंने कहा कि उन्हें बुरा लगता है जब लोग दूध न देने वाली गाय को गौमाता नही समझते। लोग उन्हें लाचार छोड़ देते है और गाय बेबस होकर सड़क का कूड़ा खाने को बेबस हो जाती है। हिन्दू धर्म और हमारी राष्ट्रीय परंपरा यह नही की हम किसी भी पशु के साथ ऐसा दुर्व्यवहार करें। श्रीलक्ष्मण गौशाला कई वर्षों से बिना दूध देने वाली गायों, असहाय गायों, चोटिल गायों की सेवा नि:स्वार्थ भाव से करता चला आ रहा है। वही गोरक्षा प्रमुख, विश्व हिंदू परिषद के पूरन जी ने गोपाष्टमी पर सभी गौमाता के स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा कि हर घर में एक गाय होनी चाहिए। उन्होने गाय के गोबर और मूत्र यानी पंचगव्य को उपयोगी बताया।
कार्यक्रम के दौरान विहिप के संगठन मंत्री लवकुश, श्रीलक्ष्मण गौशाला के उप प्रबंधक अजय कुमार सिंह, योगेंद्र चौधरी, राजेश कुमार दीक्षित, जगजीत, अमर पटेल, आरएन मिश्रा, पीके त्रिपाठी समेत बड़ी संख्या में गौ भक्त मौजूद रहे।