एसटीएफ व पुलिस ने हाईकोर्ट की महिला अधिवक्ता को अपहरणकर्ताओ से सकुशल छुड़ाया, गैंग का एक सदस्य भी गिरफ्तार
6 जून को अधिवक्ता का अपहरण कर एक करोड़ की मांगी गई थी फिरौती
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। एसटीएफ उप्र व पुलिस ने सुशांत गोल्फ सिटी से अधिवक्ता हाईकोर्ट प्रीती शुक्ला का अपहरण करके एक करोड़ की फिरौती मांगने वाले गैंग के एक प्रमुख सदस्य को गिरफ्तार करके अपहृता को सकुशल बरामद कर लिया। महिला अधिवक्ता का अपहरण उस समय हुआ था जब वह इवनिंग वॉक कर रही थी।
एसटीएफ के अधिकारी के मुताबिक लखनऊ के पाश इलाके सुशांत गोल्फ सिटी के सेलेब्रिटी ग्रीन्स में रहने वाले अनुराग शुक्ल, अधिवक्ता हाईकोर्ट की पत्नी प्रीती शुक्ला, अधिवक्ता हाईकोर्ट का 6 जून को इवनिंग वाक करते समय अपहरण कर लिया गया। अपहृता को अवमुक्त करने के एवज में 1 करोड़ की फिरौती अपहृता के ही मोबाइल से काल करके मांगी गई। जिसके सम्बन्ध में थाना सुशान्त गोल्फ सिटी, कमिश्नरेट में अनुराग शुक्ल द्वारा मु0आ0सं0 209 /2021 धारा 364ए भा0द0वि0 पंजीकृत कराया गया था।
अपहृता की सकुशल बरामदी में लगी एसटीएफ की टीमें
अपहृता की सकुशल बरामदगी व अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार एस0टी0एफ0 की टीमो को निर्देशित किया गया।जिसके क्रम में पुलिस उपाधीक्षक दीपक सिंह के पर्यवेक्षण में निरीक्षक हेमन्त भूषण सिंह के नेतृत्व में एक टीम व निरीक्षक ज्ञानेन्द्र कुमार राय व उ0नि0 विनय कुमार सिंह को अलग-अलग टीमों का दायित्व सौंपा गया। 8 जून को एस0टी0एफ0 ज्ञात हुआ कि फिरौती मांगने वाला व्यक्ति जगह बदल-बदल कर प्रीती शुक्ला के मोबाईल से ही फिरौती की रकम की माँग कर रहा है, जिसके आधार पर एस0टी0एफ0 द्वारा तीन टीमों का गठन किया गया। निरीक्षक हेमन्त भूषण सिंह व निरीक्षक ज्ञानेन्द्र कुमार राय की टीमों को फिरौती की रकम लेने आने वाले अपराधियों द्वारा बताये गये स्थानों पर लगाया गया तथा तीसरी टीम उपनिरीक्षक विनय कुमार सिंह के साथ फिरौती मांगने वाले अपराधियों की लगातार मिल रही लोकेशन पर लगाया गया तथा नाईट विजन डिवाइस की मदद से संदिग्ध गतिविधियों पर निगाह रखी जाने लगी तथा तीसरी टीम के सदस्यों को विभिन्न स्थानों पर लगाया गया। लगातार मिल रही लोकेशन एवं सदिग्ध गतिविधियों के आधार पर सर्च अभियान करके विद्या हास्पिटल एंव ट्रामा सेण्टर, हरकंशी गढ़ी, थाना पी0जी0आई0 के पीछे रिहाईशी इलाके में एक मकान में कुछ संदिग्ध गतिविधियों के दिखाई देने पर वहाँ त्वरित कार्यवाही कर सर्च अभियान चलाया गया। मकान के बाहर खिड़की से दिखाई पड़ा की एक महिला जिसके हाथ पाँव बन्धे है, पलन्ग पर पड़ी है तथा उस कमरे के बाहर एक व्यक्ति मौजूद है। महिला को देखने पर एस0टी0एफ0 द्वारा अपने हिकमत अमली का प्रयोग करते हुए तथा मकान के बाहर टीम के कुछ सदस्यों को किसी अप्रिय स्थिति से निबटने के लिए हिदायत देते हुए एक बारगी दबिश देकर घर के अन्दर घुस कर कमरे के बाहर खड़े वयक्ति को पकड़ कर कमरे के अन्दर जाने पर देखा कि एक महिला पलंग पर हाथ पांव बन्धी हुई पड़ी है। हाथ-पाँव खोल कर महिला से जानकारी की गयी तो उसने अपना नाम प्रीती शुक्ला बताया, जिसपर पकड़े गये व्यक्ति को तुरन्त गिरफ्तार कर लिया गया। इसी बीच शोर-शराबे का महौल देखकर किसी व्यक्ति ने काल करके 112 नम्बर पर इसकी सूचना दे दी, जिसके बाद डायल-112 व स्थानीय पुलिस मौके पर पहुँच गई
गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ में अपना नाम संतोष चौबे उर्फ सूर्या पुत्र गुलाब चौबे निवासी बिन्दवलिया, थाना कोतवाली नगर, जनपद गाजीपुर। हालपता हरकंशी गढ़ी, थाना पी0जी0आई0 बताया। आरोपी ने बताया कि उसने जितेन्द्र, कल्लू, रोहित, बब्लू व उसके अन्य साथियों के साथ मिल कर अपहरण की इस घटना को अंजाम दिया था। अपहरण करने के बाद हम लोगों ने एक करोड़ की फिरौती की रकम मांगी थी, जो आज रात हम लोगों को मिलनी थी, जिसे हम लोग आपस में बांट लेते परन्तु आप लोगों द्वारा पकड़ लिया गया। साथियों के बारे में बताया कि वह पी0जी0आई0 के आस-पास के रहने वाले हैं। गिरफ्तार अभियुक्त को सम्बन्धित अभियोग में दाखिल किये जाने की कार्यवाही की जा रही है। अग्रेतर कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जायेगी।
अधिवक्ता दम्पति व बेटे ने यूपी एसटीएफ व लखनऊ पुलिस का आभार जताया
राजधानी लखनऊ के पॉश इलाक़े सुशांत गोल्फ़ सिटी से हाईकोर्ट अधिवक्ता प्रीति शुक्ला को अपहरणकर्तायों से एक बड़े ऑपरेशन के बाद मुक्त कराने वाली यू॰पी॰एस॰टी॰एफ़॰ तथा लखनऊ पुलिस की टीम का उनके पति अधिवक्ता अनुराग शुक्ला और उनके बेटे आर्यमान शुक्ला तथा स्वयं श्रीमती प्रीति शुक्ला ने UPSTF और लखनऊ पुलिस का VDO जारी कर जताया आभार।