..ऐ मां तेरी सूरत से अलग भगवान की सूरत क्या होगी
मदर्स डे पर छोटे - छोटे बच्चों ने अपनी मम्मी को अपनी प्रेरणा बताया
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। मदर्स डे पर छोटे – छोटे बच्चों ने अपनी मम्मी को अपनी प्रेरणा बताया। बच्चों ने कहा कि मम्मी जैसा बताती है हम वैसा ही करते हैं, उन्ही के कारण लोग हमारे टेलेंट पर तालियां भी बजाते हैं।
संगीत कला का श्रेय मम्मी को देते हैं
10 साल के छोटे से तबला वादक आराध्य की तबले पर जब उंगलियाँ थिरकती है तो विश्वास ही नहीं होता है कि इतना छोटा बच्चा तबला बजा रहा है. आराध्य से जब उनकी इस खूबी के बारे में बात की तो इसका श्रेय उन्होंने अपनी मम्मी को दिया. आराध्य की मम्मी मनीषा मिश्रा प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना है. आराध्य ने बताया कि संगीत घरानों में पैदा होने के कारण संगीत में रूचि होना तो स्वभाविक था. लेकिन कथक तो मैं कर नहीं सकता था, इसलिए नाना से तबला बजाने की प्रेरणा ली.
नाना प्रसिद्ध तबला वादक हैं
आराध्य बताते हैं कि नाना पं. रविनाथ मिश्र एक प्रसिद्ध तबला वादक हैं और बड़े- बड़े मंचों पर प्रस्तुति दे चुके हैं। वहीं मेरे गुरु भी है. हां, वहां जाने का रास्ता मम्मी ने ही बताया. इसलिए मम्मी पहली गुरु भी है और प्रेरणा भी है। मम्मी मेरा हर समय उत्साह करती रहती है। जिसकी वजह मै भी कई मंचों पर स्तरीय परफॉरमेंस दे सका।
मम्मा ने डांस करना सिखाया
सेंट मेरी स्कूल में कक्षा 4 में पढ़ने वाली शिक्षा अग्रवाल को मदर्स डे के बारे मालूम था। वह बताती हैं आज के दिन मम्मी को विश किया जाता है। शिक्षा ने बताया कि मम्मी ने मुझे कथक और कंटम्प्रेरी डांस भी करना सिखाया। उनकी वजह से कई जगहों पर डांस किया भी है। नेपाल में होली के उत्सव पर हमे डांस के लिए हर साल बुलाया जाता है। वहां पर मैने फस्ट प्राइज भी जीता है। मम्मी मेरी प्रेरणा बनकर आगे- आगे चलती रहती है।
मम्मी मेरा बहुत ध्यान रखती है
नवयुग रेडीयन्स की कक्षा थर्ड की रिद्धिमा ने बताया कि मां, सबकी अच्छी दोस्त होती है। हम अपनी मां के प्यार, दुलार और उनकी देखभाल के बिना नहीं रह सकते। वह हमारा बहुत ध्यान रखती हैं, वह हमें अकेला नहीं छोड़ती हैं, हमें अपनी मां को प्यार और सम्मान देना चाहिए और जीवन में उनकी हर बात को मानना चाहिए, तभी मदर्स डे अधिक सार्थक होगा। अभी तो कोरोना पीरियड चल रहा है, लेकिन अगले साल मदर्स डे धूमधाम के साथ मनाएंगे।