ऑन लाइन पढाई किशोरी के लिए बन गया जी का जंजाल, सिरफिरे ने स्कूल ग्रुप में अश्लील व गन्दे मैसेज के साथ किया प्रपोज
सेंट एन्टोनीज इण्टर कालेज, अलीगंज में कक्षा 8 की है छात्रा, प्रेम प्रस्ताव ठुकराने पर उसे बदनाम व परिवार को जान से मारने की दी धमकी, मडियांव थाने में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। राजधानी के मडियांव इलाके के एक निजी स्कूल की कक्षा 8 की छात्रा के लिए ऑन लाइन क्लासेज मुसीबत का सबब बन गया है। पढाई के लिए बनाये गए स्कूल के ग्रुप में उसके बारे में अश्लील व भद्दे कमेंट किये गए। प्रेम का प्रस्ताव ठुकराने पर छात्रा व उसके परिवार के अंजाम भुगतने और जान से मारने की धमकी दी गई। शोहदे की धमकी व अपने ऊपर किये गए अश्लील टिप्पणियों से छात्रा दहशत में है। बेटी की इस हालत को देखकर माता पिता भी परेशान हैं। छात्रा की माँ ने मडियांव थाना में अज्ञात के खिलाफ शिकायत की है। पुलिस सूचना प्रद्योगिकी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है।
थाना क्षेत्र के सीतापुर रोड योजना कॉलोनी निवासी एक महिला की 13 वर्षीय बेटी अलीगंज सेक्टर क्यू स्थित सेंट एन्टोनीज इण्टर कॉलेज में कक्षा 8 की छात्रा है। पीड़िता ने बताया कि कोरोना के कारण स्कूल बंद है। स्कूल द्वारा बच्चों को ऑन लाइन पढ़ाया जा रहा है। इसके लिए कक्षाध्यापको द्वारा अलग अलग विषयो के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाये गए हैं। कक्षा के विद्यार्थियों को ग्रुप में जोड़ने के लिए कुछ बच्चों को भी ग्रुप एडमिन बनाया गया है। विद्यार्थियों को ग्रुप में जोड़ने के लिए इन ग्रुप्स के लिंक एडमिन द्वारा शेयर किया गया। 15 जुलाई को हिस्ट्री व जियोग्राफी सहित अन्य ग्रुपो में रूपर्ट जॉन नाम से एक नम्बर 7819050469 जुड़ गया। पीड़ित महिला ने बताया कि ग्रुप से जुड़े इस नए नम्बर से अभी ग्रुपो में उसकी बेटी के बारे में बेहद आपत्तिजनक, अश्लील लांछन लगाया गया। साथ ही कक्षा के अन्य छात्रो से प्रेम सम्बन्ध होने का आरोप लगाया गया।
विदेशी नम्बरो से व्हाट्सएप कॉल करके किया प्रपोज
पीड़ित महिला ने बताया कि जून व जुलाई के विभिन्न तारीखों में शोहदे द्वारा बेटी के व्हाट्सएप नम्बर पर विभिन्न विदेशी नम्बरो से व्हाट्सएप कॉल की गई। इस दौरान शोहदे ने बेटी से अभद्र भाषा का प्रयोग किया। तरह तरह के लांछन लगाए। शोहदे ने बेटी को प्रपोज भी किया। बेटी के व्हाट्सएप पर मैसेज भी किया।
साथी कक्षा के छात्र का ही निकला एक नम्बर
पीड़ित महिला ने बताया कि बेटी के मोबाइल पर एक पीएनटी नम्बर से भी फोन किया गया। बेटी पर लांछन लगाने के साथ ही उसको प्रपोज किया। पीड़ित मां ने बताया कि उन्होंने उस नम्बर की सूचना स्कूल प्रबंधन को दी। जिसपर वह नम्बर बेटी की कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र का निकला।
स्कूल प्रबन्धन से नहीं मिली कोई मदद, पुलिस से शिकायत से किया इनकार
पीड़ित महिला ने बताया कि दबाव बनाने पर स्कूल प्रबंधन ने छात्र के माता पिता को बुलाया। लेकिन माता पिता के स्थान पर छात्र अपनी दो बहनों के साथ स्कूल आया। छात्र ने इस सब मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार कर दिया। बहनों का रवैया भी ठीक नहीं था। वही स्कूल ने अपनी तरफ से कोई भी पुलिस कार्रवाई करने से इनकार कर दिया।
शिकायत के बाद भी 1090 पर नही मिली कोई मदद
पीड़ित महिला ने बताया कि शुरुआत में उन्होंने मैसेज को गम्भीरता से नहीं लिया, लेकिन जब बेटी को मैसेज व व्हाट्सएप कॉल करके परेशान करने का सिलसिला बन्द नहीं हुआ तो उन्होंने 1090 पर शिकायत दर्ज कराई। लेकिन वहां से भी उन्हें कोई मदद नहीं मिली। जिसके बाद उन्होंने मडियांव थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
समाचार पत्रों में स्कूल का नाम छपने पर पीड़ित पक्ष पर भड़का स्कूल प्रबंधन, उप प्रधानाचार्या पर अभद्रता का आरोप
पीड़ित महिला ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद विभिन्न समाचार पत्रों में प्रमुखता से खबर प्रकाशित हुई। अखबारों में अपने स्कूल का नाम छपने पर स्कूल प्रबंधन भड़क गया। पीड़ित महिला ने बताया कि प्रबन्धन ने उन्हें बातचीत के लिए स्कूल बुलाया था। लेकिन जब वह अपने कुछ अभिभावकों के साथ स्कूल गई तो उप प्रधानाचार्या रीतू सिंह ने उनसे अभद्रता की। उप प्रधानाचार्या ने उन पर सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए मीडिया कवरेज कराने व स्कूल को बदनाम करने का आरोप लगाया। वही पीड़ित पिता का कहना है कि जब वह लोग बच्चों की फीस दे रहे है तो उसके सम्मान व सुरक्षा की जिम्मेदारी स्कूल की भी बनती है। लेकिन स्कूल प्रबंधन अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा है।
साइबर सेल में केस ट्रांसफर कराने के कमिश्नर से मिलेगा पीड़ित परिवार
पीड़ित पिता का कहना है कि 17 जुलाई को मुकदमा दर्ज कराया गया है, लेकिन अभी तक केस में कोई प्रगति नहीं है। इसलिए वह कमिश्नर डीके ठाकुर से मिलकर केस को साइबर सेल में ट्रांसफर करने का अनुरोध करेंगे।