कोरोना मरीजों की मदद कर प्रदीप वर्मा बन रहे युवाओ के लिए प्रेरणा स्रोत
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। पूरे देश में कोरोना का संक्रमण दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी संक्रमितों की संख्या बराबर बढ़ती जा रही है। इसका प्रभाव जरूरी मेडिकल सेवाओं पर भी पड़ रहा है। इस महामारी से निपटने के जरूरी हथियार जैसे रेमडेसिवयर, प्लाज़्मा और ऑक्सीजन की कमी के चलते मरीजों को बड़ी समस्या उठानी पड़ रही हैं। कमजोर पड़ते सरकारी तंत्र को देखते हुए लोग खुद ही एक दूसरे की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। ऐसे ही एक युवा है प्रदीप वर्मा। उत्तर प्रदेश बिजली मजदूर संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप वर्मा तेजतर्रार संगठन के नेता है। वह अपनी क्रिकेट टीम के कप्तान भी है। इसलिए लीडरशिप क्वाल्टी उनकी विशेषताओं में एक है। समाजसेवा में सदैव आगे रहने वाले प्रदीप वर्मा को जहां भी लोगों की मदद की आवश्यकता होती है वह खुद या अपने सम्बन्धों के बदौलत मदद करने में पीछे नहीं रहते हैं। 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को वैक्सीनेशन करवाना हो या फिर आरटी पीसीआर जांच। यह उनकी प्राथमिकता में है। लेकिन समय के साथ कोरोना के बढ़ते प्रकोप ने लोगों के सामने आक्सीजन की कमी की समस्या भी बढा दी है। अस्पतालों में भी मरीजो की भर्ती का संकट बढ़ गया है। ऐसे में प्रदीप अस्पतालों में ऑक्सीजन इत्यादि की व्यवस्था कराते हैै। यही नहीं जिन इलाकों में कोरोना पॉजिटिव पॉजिटिव मरीज अधिक पाए जाते हैं, वहां पर नगर निगम के माध्यम से टैंकर से सैनिटाइजेशन कराते हैं। मच्छरों के प्रकोप को कम करने के लिए समय समय पर नगर निगम के माध्यम फागिंग भी कराते हैं। प्रदीप बताते हैैं कि वह कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन, रेमडेसिवयर या दूसरी जरूरी चीज़ों का इंतजाम करा रहे हैं। इस वक्त में हमारी की कोशिश है कि लोगों की जरूरत के वक्त सही समय में किस तरह से उनकी मदद की जा सकती है।