जुनून की हद तक मरीजों की सेवा करने वालीं डाॅ कविता मिश्रा को एलजेए ने किया सम्मानित
बेटे-बेटी के कोरोना से पीड़ित होने व सास की मृत्यु के उपरांत भी डटी रहीं मरीजों की देखभाल में
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। कोरोना काल में परिवार के सदस्यों के कोरोना पीड़ित होने के बाद भी नियमित रूप से बीमार लोगों की सेवा करने वाली एमबीबीएस एमडी, मेडिसिन डाॅक्टर कविता मिश्रा को लखनऊ जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष आलोक कुमार त्रिपाठी , उपाध्यक्ष मोहित जयसवाल व अमित जयसवाल ने कोरोना योद्धा सम्मान से सम्मानित किया।
डाॅक्टर कविता मिश्रा के अंदर मरीजों की सेवा का जुनून इस कदर रहता है कि मरीज को देखने के लिए नर्सिंग होम के बाहर ई-रिक्शा में ही परीक्षण करने में उन्हे कोई संकोच नहीं होता है। बताते चलें कि इनकी सास की कोरोना से मौत हो गई थी। बेटा-बेटी भी कोरोना की चपेट में आ गए थे। इसके बावजूद डाॅक्टर कविता मिश्रा ने सास की मृत्यु के तीन दिन बाद से फिर से मरीजों को देखना शुरू कर दिया। इनके पति की मृत्यु लगभग 2 वर्ष पूर्व हो गई थी। एमबीबीएस एमडी, मेडिसिन डाॅक्टर कविता मिश्रा का अलीगंज में अस्पताल है। यह जानकारी एलजेए के मीडिया प्रभारी रवि शर्मा ने दी।