दहेज ने ली एक और बलि….मरने से पहले बहू ने बताई हैवानियत की कहानी
प्रतापगढ़ जिले के पूरे घनेऊ गांव का मामल
क्राइम रिव्यू
प्रतापगढ़/लखनऊ। दहेज के विरोध में न जाने कितनी जानें गईं, कितने घर उजड़े, कितने आंदोलन हुए और कानून बने पर दहेज और दहेज हत्या ज्यों का त्यों बना हुआ है। दहेज हत्या के मामले में अंकुश लगाने में सिस्टम पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है। ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला मामला उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में सामने आया है। जहां दहेज लोभियों ने अपनी बहू को जिंदा जला दिया। मौत से पहले बहू ने पति, देेेवर व सास-ससुर पर दहेज के लिए तेल डालकर जलाने का आरोप लगाया है। महिला ने मौत से पहले मजिस्ट्रेट के समक्ष वीडियो में अपना बयान दिया है।
जानकारी मुताबिक मामला प्रतापगढ़ जनपद के मानिकपुर थाना क्षेत्र के पूरे घनेऊ गांव का है। मृतिका का नाम मधु तिवारी है। वहीं मृतिका के भाई निवासी भुजौली रैपरा, चित्रकूट अखिलेश कुमार ने बताया कि करीब छह वर्ष पूर्व उसने अपनी बहन मधु तिवारी का विवाह पूरे घनेऊ गांव निवासी विकास तिवारी से किया था। विवाह में उसने अपनी सामर्थ्य के अनुसार सोने चांदी के जेवर, घरेलू उपयोग के सामान के अलावा दो लाख रुपये नगद दिया था। विकास व मधु के दो बेटे व एक बेटी है। अखिलेश ने बताया कि विवाह के बाद से ससुरालीजन मधु पर एक मोटरसाइकिल व दो लाख रुपये लाने का दबाव बनाने लगे। विरोध पर उसकी जमकर पिटाई कर दी जाती थी। इस मामले में परिवार वालों के बीच कई बार पंचायत हुई , लेकिन मधु के ससुरालीजनो पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
समाचार पत्रों से पता चला बहन के साथ हुई दरिन्दगी का
अखिलेश ने बताया कि दो माह पूर्व की घटना है। अखबारों में उन्हें अपनी बहन के जलाये जाने की जानकारी हुई। उससे पहले ससुरालीजनों ने बहन के साथ हुई हैवानियत के बारे में कोई भी सूचना मायके वालों को नहीं दी थी। मेरी बहन को उसके ससुराल वालों ने दहेज के लिए तेल डालकर जिंदा जला दिया। मेरी बहन ने मरने से पहले मजिस्ट्रेट के समक्ष वीडियो में दिए बयान में पति विकास तिवारी, देवर आकाश तिवारी व रवि तिवारी और ससुर शिवापति तिवारी व सास मिथिला पर तेल डालकर जलाने का आरोप लगाया है।
मरने से पहले मधु द्वारा मजिस्ट्रेट को दिया गया बयान
मारने पीटने के बाद खाना भी नहीं देते थे आरोपी
एक मोटरसाइकिल व दो लाख रुपये की मांग को पूरा करने के लिए दहेजलोभी परिवार ने दरिन्दगी की सभी हदे पार कर दी। मायके पर दबाव बनाने के लिए मधु को बुरी तरह मारा पीटा जाता था। यहां तक उसे कई कई दिन भोजन भी नहीं दिया जाता था। जिससे उसकी आंते भी सिकुड़ गई थी। मधु ने अपने इस दर्द को भी वीडियो में दिए बयान में जिक्र किया है। भाई का आरोप है कि आग से जलाने से पहले भी मधू को मारा पीटा गया था। उसके शरीर के जख्म इसकी गवाही स्वयं दे रहे थे।
आरोपियों ससुरालीजनों व उनके रिश्तेदारों पर धमकाने का आरोप
भाई अखिलेश ने आरोप लगाया है कि ससुरालीजनों ने मृतिका को जलाने के बाद कुछ दिन घर पर ही उपचार कराया। बाद में उसे अस्पताल में शिफ्ट किया गया। इस दौरान ससुरालीजन व उनके रिश्तेदार बराबर हमें धमकी देते थे कि अगर कहीं शिकायत की तो गोली मार देंगे। वहीं मृतका के भाई ने क्षेत्रीय पुलिस पर भी गम्भीर आरोप लगाए। उसने कहा कि वह आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए बराबर थाने का चक्कर लगाता रहा , लेकिन उसे पहले बहन का इलाज कराने के नाम पर टाल दिया जाता था। जब पुलिस को यह अहसास हो गया तो अब बहन नहीं बचेगी तो मुकदमा लिख दिया। इंस्पेक्टर मानिकपुर का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।