नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे फेज आम लोगों के लिए शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद वैक्सीन लगवाई है। पुडुचेरी की सिस्टर पी निवेदा ने पीएम मोदी को कोवैक्सीन की पहली डोज लगाई। पीएम मोदी की वैक्सीन लगवाने की जो तस्वीर सामने आई है उसमें दो नर्स खड़ी नजर आ रही हैं। इसमें पीएम मोदी को वैक्सीन लगाने वाली नर्स पी निवेदा पुडुचेरी की रहने वाली हैं जबकि दूसरी रोसमम्मा अनिल केरल से हैं। वैक्सीन लगवाने के बाद पीएम मोदी ने अपील की है कि इस चरण में चुने गए लोग वैक्सीन जरूर लगवाएं।
पीएम ने दिल्ली के एम्स पहुँचकर भारत बायोटेक वैक्सीन का पहला डोज लगवाया। आम लोगों को कोई परेशानी न हो, इसलिए पीएम मोदी बिना रूट लगवाए सुबह-सुबह एम्स पहुंचे और टीका लगवाने के बाद प्रधानमंत्री आधे घंटे तक रुके और पूरे वैक्सीन प्रोटोकॉल को फॉलो किया।
आपको बता दें सरकारी अस्पतालों में कोरोना के टीका का कोई चार्ज नहीं लिया जा रहा है। वहीं यह वैक्सीन प्राइवेट हॉस्पिटल में 250 रुपये (प्रति डोज) लिए जाएंगे। कोरोना टीके की दो खुराक लेनी होती हैं। यानी प्राइवेट हॉस्पिटल में कोरोना टीका लगवाने पर 500 रुपये खर्च होंगे। फिलहाल 12 हजार सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में ही वैक्सीनेशन हो रहा है। इसके अलावा आयुष्मान भारत एम्पैनल्ड अस्पतालों या CGHS हॉस्पिटल्स भी शामिल होंगे। इनकी संख्या भी करीब 12,000 हैं। यानी कुल 24 हजार केंद्रों पर वैक्सिनेशन होगा।
आज यानी 1 मार्च से 60 साल से ऊपर के लोगों को कोरोना की वैक्सीन दिए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसमें सबसे पहली वैक्सीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी गई। आज से देश भर में कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हो चुका है।
देश में कोरोना टीकाकरण का दूसरा चरण सोमवार से शुरू हो चुका है। वैक्सीनशन के दूसरे फेज में 60 साल से ज्यादा और 45 साल से 60 साल तक के वे लोग जिन्हें गंभीर बीमारियां हैं, उनको शामिल किया गया है। जिनकी उम्र 1 जनवरी 2022 को 60 साल होगी, वे भी इस बार टीका लगवा सकते हैं। वैक्सीनेशन दोपहर 3 बजे तक चलेगा। इसके लिए को-विन 2.0 पोर्टल के साथ ही आरोग्य सेतु ऐप पर सुबह 9 बजे से रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएगा। जिन लोगों की उम्र 60 साल या ज्यादा है, उन्हें रजिस्ट्रेशन और वैक्सीनेशन के वक्त आई.डी. कार्ड साथ रखना होगा। 45 से 60 साल के जिन लोगों को गंभीर बीमारी है, उन्हें मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाना होगा। सरकार ने इसके लिए डिक्लरेशन फॉर्मेट के साथ इस क्राइटेरिया में आने वाली 20 बीमारियों की लिस्ट भी जारी की है। इस फॉर्म को डॉक्टर से सर्टिफाई करवाना होगा।