बाराबंकी के जेल बंदियों ने लिया परिसर को हराभरा बनाये रखने का संकल्प
पृथ्वी इनोवेशंस व वन विभाग बाराबंकी द्वारा जेल परिसर वन में महोत्सव का आयोजन
क्राइम रिव्यू
बाराबंकी। पृथ्वी इनोवेशंस संस्था ने वन विभाग बाराबंकी के साथ मिलकर बाराबंकी जेल में वन महोत्सव का आयोजन किया। इस मौके पर लगभग 300 से ज्यादा कैदियों ने जेलर आलोक शुक्ला के नेतृत्व में अपने परिसर को हरा-भरा बनाए रखने का संकल्प लिया। संस्था द्वारा जेल प्रबंधन को दो ऑक्सीजन कंसंट्रेटर देने के साथ 15 वां गुठली बैंक की स्थापना भी की गई।
जेलर, बाराबंकी जेल आलोक शुक्ला ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए पृथ्वी इनोवेशंस के प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया। प्रार्थना गीत ‘ऐ मालिक तेरे बंदे हम…’ ने सभी के मन में सद्भावना, सद्बुद्धि एवं बल का संचार किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वन विभाग, बाराबंकी के डीएफओ रुस्तम प्रवेश ने सरकार के द्वारा सामाजिक वानिकी एवं हरियाली को बढ़ाने के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में सभी को अवगत कराया। उन्होंने सभी लोगों को अपने चारों तरफ पेड़ पौधे और जीव जंतुओं को संरक्षित करने के लिए प्रेरित किया। पृथ्वी इनोवेशंस की संस्थापक एवं सचिव श्रीमती अनुराधा गुप्ता ने सभी कैदियों को उनके स्वस्थ जीवन और मंगलमय भविष्य की कामना करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ प्रार्थना से किया। पृथ्वी इनोवेशंस द्वारा मुख्य अतिथि रुस्तम प्रवेश एवं बाराबंकी जेल परिवार को संस्था की सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित अपसाइक्लेड, कपड़े से बनी आकर्षक हैंडबैग, आसान एवं ग्रिटीट्यूड जार स्मृति चिन्ह के रूप में देकर अपना आभार प्रकट किया गया।
जेल परिसर में स्थापित हुआ15वां गुठली बैंक
संस्था की सचिव अनुराधा गुप्ता ने बताया कि संस्था द्वारा स्थापित होने वाला यह 15 वां गुठली बैंक है। पिछले 3 सालों में 6000 से भी ज्यादा गुठलियों को कूड़ेदान में जाने से बचाकर उन्हें पुनः धरती पर रोपित किया गया है। अनुराधा गुप्ता ने बताया कि पृथ्वी के गुठली बैंक में 8 प्रजातियों जैसे आम, लीची, शरीफा, कटहल, महुआ, नीम और जामुन, अपराजिता एवं अमलतास की 1357 गुठलियां एवं बीज रोपित किए गए। इसके साथ आंवला, कटहल आम, बेल, जामुन, इमली समेत 15 फलों के पेड़ लगाकर खाद्य वन व आम, नीम और कदम के पेड़ लगाकर शक्ति वन की भी स्थापना की गई है। संस्था की वाइस प्रेसिडेंट डॉक्टर रश्मि चतुर्वेदी ने बताया कि संस्था गुठली बैंक के माध्यम से जन-जन को विशेष रुप से विद्यालयों एवं यूनिवर्सिटी कैंपस में मौसमी फलों की गुठलियों को बचाने का संदेश देने का सतत प्रयास कर रही है। ।