बेटी के इलाज के नाम पर महिला इंजीनियर से नौ लाख ठगने वाला जालसाज गिरफ्तार
मड़ियांव पुलिस ने ठगी के एक पूर्व मामले में 25 जनवरी को भी भेजा था जेल, पैरोल पर था इस समय जालसाज
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। बेटी के गम्भीर बीमारी के इलाज में लाखों का खर्च बताकर महिला साफ्टेवयर इंजीनियर से नौ लाख रुपये हड़पने वाले ठग को मड़ियांव पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए ठग को मडियांव ठगी के एक अन्य मामले में 25 जनवरी को गिरफ़्तार करके जेल दिया था। इस समय वह पैरोल पर था।
एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह ने बताया कि सीतापुर प्रेमनगर निवासी देवेश मिलवानी सट्टा खेलने का आदी है। वह लोगों से मां और बेटी के बीमार होने की झूठी कहानी बता कर संबंध बढ़ाता है। फिर मदद के नाम पर लोगों से रुपये उधार में मांगता है। जरूरतमंद जानकर लोग रुपये दे देते थे। इसके बाद वह मिले रुपये से सट्टा खेलता है। एडीसीपी के मुताबिक शुक्रवार को अलीगंज सेक्टर क्यू निवासी कीर्ति मौर्या ने देवेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमे उन्होंने आरोपी के खिलाफ बेटी के बीमार होने की बात कहते हुए करीब नौ लाख रुपये लेने का आरोप लगाया था। छानबीन करने पर पता चला कि देवेश पहले भी कई लोगों से बेटी की बीमारी का बहाना बना कर रुपये ऐंठ चुका है। एसीपी अलीगंज अखिलेश सिंह ने बताया कि इंस्पेक्टर मड़ियांव मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में उपनिरीक्षक जफ़र मेहंदी, कांस्टेबल दीपक कुमार, साइबर क्राइम उपनिरीक्षक शौरभ, हेडकांस्टेबल अमित तोमर, हरिकिशोर, अखिलेश पटेल, संतोष कुमार गौतम ने टीम के साथ मुखबिर की सूचना पर आरोपी को ताड़ी खाना रेलवे क्रासिंग के पास से गिरफ्तार किया। इंस्पेक्टर मडियांव मनोज सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मड़ियांव कोतवाली में 22 जनवरी को अथर्वी और अशोक यादव ने भी मुकदमा दर्ज कराया था। पूछताछ में देवेश ने बताया कि कीर्ति से लिए नौ लाख रुपये में से एक लाख रुपये उसने मौज मस्ती में उड़ा दिए हैं। वहीं, बचे हुए रुपये से वह सट्टा खेल गया था।