मीडिया की आज़ादी के साथ मीडिया ट्रायल की सीमा भी तय हों : न्यायधीश करुणेश सिंह पवार
लविवि के विधि संकाय द्वारा " 4वां डॉ. आर. यू. सिंह मेमोरियल नेशनल लेवल वर्चुअल लिट्रेरी इवेंट 2021" का आयोजन
EditorJune 12, 2021
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय के तत्वावधान में शनिवार को दो दिवसीय ” 4वां डॉ. आर. यू. सिंह मेमोरियल नेशनल लेवल वर्चुअल लिट्रेरी इवेंट 2021″ का आयोजन किया गया।इस इवेंट मे लीगल क्विज़, आर्टिकल लेखन प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग, बिल ड्राफ्टफ्टिंग तथा सामाजिक कानूनी फिल्म निर्माण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
उद्घाटन समारोह मुख्य अतिथि इलाहाबाद हाई कोर्ट के न्यायधीश करुणेश सिंह पवार, विधि संकाय के प्रमुख व डीन प्रो. सी. पी. सिंह, अतिथि इलाहाबाद हाई कोर्ट के अधिवक्ता डॉ. एल. पी. मिश्रा, इवेंट के आयोजक सचिव डॉ.हरीश चंद्र तथा प्रो. मो. अहमद की उपस्थिति मे संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि न्यायधीश करुणेश सिंह पवार ने डॉ आर. यू. सिंह को याद करते हुए उनके गुणों का व्याख्यान किया। साथ ही उन्होंने वाद-विवाद प्रतियोगिता के शीर्षक “मीडिया ट्रायल वरदान या अभिशाप” की प्रशंसा करते हुए कहा कि मीडिया की आज़ादी के साथ मीडिया ट्रायल की भी सीमा तय होनी चाहिये। यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि मीडिया ट्रायल कानूनी कार्यवाही में बाधा ना बने। उन्होंने बिल ड्राफ्टफ्टिंग प्रतियोगिता की प्रशंसा करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को बिल ड्राफ्टफ्टिंग के बारे मे जानकारी अति आवश्यक है। इसी से वे कानूनी भाषा की बारीकियाँ समझ पायेंगे। प्रो. सी.पी. सिंह ने इस महामारी के समय भी इवेंट का आयोजन करने और विद्यार्थियों के द्वारा इसमे बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने की प्रशंसा करते हुए अतिथियों को आभार प्रकट किया। अतिथि डॉ. एल. पी. मिश्रा ने प्रो.सी. पी. सिंह से सहमति प्रकट करते हुए और डॉ. आर. यू. सिंह को याद करते हुए कहा कि उत्कृष्टता जो किसी को समय पर याद रखने योग्य बनाती है। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि एक विद्यार्थी अपने शिक्षकों से वर्चुअली भी सीख सकता है। आयोजक सचिव प्रो. हरीश चन्द्र व प्रो. मो. अहमद ने इस आयोजन को आपदा को अवसर मे बदलने का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण बताया तथा छात्र संयोजक सक्षम अग्रवाल और आयोजन कमेटी के शिशिर यादव, उर्मिका पांडेय और ऋषभ चौहान की इस आयोजन के लिए प्रशंसा की।