यूपी एसटीएफ ने ट्रकों का इंजन और चेसिस नंबर बदलकर बेचने वाले गिरोह के सरगना को दबोचा
एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार सिंह की टीम ने सितारगंज, जनपद उधमसिंहनगर (उत्तराखंड) से किया गिरफ्तार। आरोपी पर जनपद बाराबंकी एवं जनपद बाँदा से 25-25 हजार रुपये के पुरस्कार
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। यूपी एसटीएफ ने अन्तरार्ज्यीय स्तर पर ट्रकों के इंजन नंबर व चेसिस नंबर को कई बार बदलकर व उनके फर्जी प्रपत्र तैयार कर धोखाधड़ी करने वाले गैंग के सरगना फरमान को एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार सिंह की टीम ने सितारगंज, जनपद उधमसिंहनगर (उत्तराखंड) से गिरफ्तार किया गया। पकड़े गये आरोपी पर जनपद बाराबंकी एवं जनपद बाँदा से 25-25 हजार रुपये के पुरस्कार घोषित है।
एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार सिंह ने बताया कि अपर पुलिस महानिदेशक एसटीएफ, उत्तर प्रदेश व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ, उत्तर प्रदेश द्वारा एसटीएफ की समस्त टीमों/फील्ड इकाईयों को ट्रकों के रजिस्ट्रेशन आदि में हेराफेरी करने वाले गिरोहों के सम्बन्ध में आवश्यक एवं प्रभावी कायर्वाही करने का निर्देश दिया गया था। जिसके क्रम में 29 सितंबर 21 को थाना एत्माद्दौला जनपद आगरा में 2 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर 7 अदद फर्जी ट्रक बरामद की गयी थी। उसी क्रम में 6 अक्टूबर 21 को थाना काकोरी जनपद लखनऊ से 1 अभियुक्त को गिरफ्तार कर 3 अदद फर्जी ट्रक बरामद की गयी थी।
पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार सिंह ने बताया कि उपरोक्त मुकदमों में वांछित अभियुक्तों की तलाश में उपनिरीक्षक तेजबहादुर सिंह के नेतृत्व में हे0का0 विनोद कुमार, कृष्णकान्त शुक्ल, पवन सिंह विषेन, आरक्षी चालक अफजाल उत्तराखण्ड के जनपद उधमसिंह नगर के सितारगंज थाना क्षेत्र में मौजूद थी। मुखबिर ने ट्रकों के रजिस्ट्रेशन आदि में हेराफेरी करने, चोरी की ट्रकों की बिक्री करने एवं जनपद बाराबंकी से पुरस्कार घोषित/वांछित अपराधी फरमान अपने घर के पास मौजूद होने की सूचना दी। एसटीएफ टीम ने थाना सितारगंज पुलिस के साथ वांछित अभियुक्त फरमान को मौके से गिरफ्तार कर लिया।
बैंक से लोन हुई गाड़ियाें को बनाते थे निशाना
पूछताछ पर फरमान ने बताया कि ट्रकों के कागजातों, इंजन व चेसिस नंबर आदि में हेराफेरी व चोरी की ट्रकों को बेचने का मेरा एक अंतरार्ज्यीय स्तर पर गिरोह है, जिसमें पंकज निवासी एटा, गौतम सिंह उर्फ डोलू निवासी आगरा, अखिलेश सिंह कानपुर नगर व मुमताज उर्फ बाबू किच्छा उधमसिंह नगर उत्तराखंड आदि शामिल हैं। मेरे गिरोह द्वारा चोरी/लूटी गयी ट्रकों को खरीदकर तथा उन ट्रकों की जिनकी लोन की किश्तें डिफ़ॉल्ट हो चुकी होती हैं, ऐसी ट्रकों को हम लोग सस्ते दामों में खरीद कर इनकी चोरी की एफआईआर थाने से या न्यायालय से सीआरपीसी की धारा 156(3) द्वारा दर्ज कराकर उनके फर्जी रजिस्ट्रेशन प्रपत्र आरटीओ के दलालों के माध्यम से तैयार कराते हैं। फिर मुमताज उर्फ बाबू के जानने वाले मिस्त्री नसीम निवासी बदायूं चोरी/लूटी गयी/किश्त डिफाल्ट हो चुकी ट्रकों की इंजन व चेसिस नंबरों को मिटाकर फर्जी रजिस्ट्रेशन प्रपत्रों में लिखे हुए इंजन व चेसिस नंबर को उनके स्थान पर लगा देता है। इन ट्रको को पुनः अच्छे दामों में बाज़ार में बेच देते हैं व मिली धनराशि को आपस में बाँट लेते हैं। अग्रिम कार्रवाई के लिए गिरफ्तार अभियुक्त फरमान को थाना हैदरगढ़ जनपद बाराबंकी में दाखिल किया गया है।
सितारगंज का हिस्ट्रीशीटर है सरगना
सितारगंज के वार्ड 8 निवासी फरमान उर्फ आरिफ पुत्र राहत हुसैन के खिलाफ बाराबंकी जनपद के हैदरगढ़ थाने में डकैती समेत धारा 412, 414, 419, 420, 467, 468, 471, 34 में मुकदमा दर्ज है। वह मामले में फरार था। आरोपी सितारगंज का हिस्ट्रीशीटर है।