लखनऊ। कोरोना महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई में वैक्सीनेशन के दूसरे फेज की सोमवार को शुरुआत हो गई, जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में बनी कोवैक्सीन की पहली डोज लेकर दूसरे चरण की शुरुआत की। देशभर में कोरोना वैक्सीन का दूसरा चरण कल यानी 1 मार्च से शुरू हो गया है, दूसरे चरण में 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 से 59 साल के लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा रही है। इसी कड़ी में आज सुप्रीम कोर्ट के जजों और उनके परिवार वालों को कोरोना की वैक्सीन दी जानी है।
सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के जजों (मौजूदा और पूर्व) और उनके परिवारों के लिए टीकाकरण अभियान आज से शुरू हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने सुप्रीम कोर्ट परिसर में वैक्सीन का इंतजाम किया है।
शुरुआत में ऐसी खबरें चली थीं कि सुप्रीम कोर्ट के जजों दो वैक्सीन का विकल्प दिया गया है। वे कोविशिल्ड और कोवैक्सीन में से किसी एक का चुनाव कर सकते हैं। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि विकल्प देने की बात गलत है। उन्हें वैक्सीन चुनने की अनुमति नहीं है। यह पूरी तरह से को-विन सिस्टम के जरिए ही होगा।
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में बनी कोवैक्सीन की पहली डोज लेकर दूसरे चरण की शुरुआत की। पीएम मोदी समेत कई बड़े नेताओं ने कोवैक्सीन का डोज लिया, जिसके बाद आज सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग और पूर्व जजों को आज कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। बताया जा रहा है कि 30 जजों में से एक जस्टिस सूर्य कांत 59 साल के हैं, इसलिए उन्हें वैक्सीन नहीं दी जाएगी। दूसरे चरण के दूसरे दिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद कोरोना का टीका लगवाएंगे। जानकारी मुताबिक, डॉ. हर्षवर्धन दिल्ली में तो रविशंकर प्रसाद पटना में टीका लगवाएंगे।