उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिया इस्तीफा
मुख्यमंत्री रावत ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्या से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा।
क्राइम रिव्यू
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री रावत ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्या से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा।
मालूम हो कि उत्तराखंड में पार्टी के कई विधायकों और मंत्रियों ने त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. उसी के बाद से ही उत्तराखंड की सरकार पर संकट के बादल छाए हुए हैं। इससे पहले सोमवार शाम को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा प्रमुख जे. पी. नड्डा, राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी. एल. संतोष ने पहाड़ी राज्य के राजनीतिक विकास पर चर्चा की थी। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और राज्य प्रभारी दुष्यंत गौतम चर्चा का हिस्सा थे। कई विधायकों द्वारा रावत की कार्यशैली पर सवाल उठाने के बाद बैठक बुलाई गई थी। उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद 2017 में रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया था।
कौन बनेगा मुख्यमंत्री?
अगर उत्तराखंड विधानसभा की बात करें, तो यहां कुल विधायकों की संख्या 70 है. जबकि भाजपा के पास 56 विधायक हैं, वहीं कांग्रेस के पास 11 और 2 विधायक निर्दलीय हैं. जबकि एक सीट अभी खाली हैं. ऐसे में भाजपा को सरकार के मोर्चे पर कोई खतरा नहीं है, लेकिन पार्टी में जारी रार उसके लिए संकट का विषय है। उत्तराखंड में अगर त्रिवेंद्र सिंह रावत की छुट्टी होती है, तो किसे मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। इसपर भी चर्चा आम है। इनमें कई नाम सामने आ रहे हैं, जिन्हें ये जिम्मेदारी मिल सकती है। इनमें मंत्री धनसिंह रावत, मंत्री सतपाल महाराज, सांसद अजट भट्ट, सांसद अनिल बलूनी का नाम सुर्खियों में है. इसके अलावा राज्य में जाति के समीकरण को साधने के लिए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के फॉर्मूले को भी अपनाया जा सकता है.
बीजेपी ने बुलाई विधायक दल की बैठक
दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड के सभी पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई है, जिसमें राज्य के नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाई जा सकती है। बुधवार सुबह 11 बजे देहरादून में भाजपा विधायक दल की बैठक होगी। पार्टी की ओर से रमन सिंह और दुष्यंत गौतम को बतौर पर्यवेक्षक देहरादून भेजा जाएगा।