शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमताओं को बढ़ाता है छाछ
आयुर्वेद शास्त्र में छाछ की तुलना अमृत के साथ
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। आयुर्वेद शास्त्र में छाछ की तुलना अमृत के साथ की है। शरीर के भीतर के घातक पदार्थ मूत्र के द्वारा बाहर निकालकर फेंकने की ताकत छाछ (तक्र) में है। शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमताओं को बढ़ाने की ताकत इसमें है। छाछ का नियमित सेवन करने से शरीर बलवान होता है।
इसमें एक अति महत्व की बात है कि 3 दिन पूर्ण रूप से दूसरा कुछ भी बिना खाए केवल छाछ पर रहने से बहुत ज्यादा लाभ मिलता है। अपने शरीर का पंचकर्म अपने आप हो जाता है। शरीर से अनावश्यक चर्बी झड़ जाती है। इतना ही नहीं चेहरे के ऊपर अच्छा तेज आजाता है और काले दाग निकल जाते हैं। चेहरा तेजपुंज फुर्तीला और तेजस्वी दिखाई देने लगता है।
छाछ में विटामिन B – 12, कैल्शियम , पोटेशियम,’ फॉस्फोरस ऐसे अनेक तत्व रहते हैं, जो शरीर के लिए लाभदायक रहते हैं। जिसका पेट साफ नहीं होता, पेट से आवाज निकलती है, उसे छाछ पीने से वह बीमारियां समाप्त होने लगती है। छाछ पीने से शरीर के 90 फीसदी कमियां भर के निकल आती है। उष्णता तुरंत कम होके अच्छी शांत नींद लगने लगती है।साधारण व्यक्ति भी अगर हर रोज छाछ पिए तो उसके शरीर की उष्णता कम होती है और ताकत बढ़ती है।
छाछ पीने के 10 फायदे
1) छाछ पीने से मोटापा कम होता है।
2) बार-बार पेशाब की तकलीफ है तो छाछ में नमक डालकर पीने से तकलीफ कम होती है।
3) दही का पानी या छाछ पीने से मुंह के छाले कम हो जाते हैं।
4) छाछ में अजवाइन डालकर पीने से पेट के अंदर के जंतु समाप्त हो जाते हैं।
5) छाछ में गुड़ डालकर पीने से पेशाब में होने वाली जलन की तकलीफ कम होती है।
6) छाछ में जायफल का पाउडर डालकर पीने से सर दर्द कम होता है।
7) खाली पेट छाछ पीने से पेट दर्द की तकलीफ कम होती है।
8) छाछ में शक्कर और काली मिर्च का पाउडर डालकर पीने से पित्त एसिडिटी की तकलीफ कम होती है।
9) छोटे बच्चों के जब दांत निकलते हैं तो उनको चार चार चम्मच छाछ दिन में तीन चार बार पिलाने से दांत में होने वाली तकलीफ कम होती है।
10) सबसे महत्व की बात की 3 दिन बिना कुछ खाए पिए छाछ पीने से अपने शरीर का पंचकर्म अपने आप हो जाता है।
जिन्होंने पहले पैसे खर्च करके पंचकर्म किया है उन्होंने यह 3 दिन का प्रयोग करके देख लेना। आपके स्वयं ध्यान में आ जाएगी बात। तबीयत तो ठीक होगी ही और पैसा भी बचेगा। ऐसे 3 दिन का छाछ का प्रयोग 6 महीने में एक बार अवश्य करना चाहिए। भविष्य में होने वाले बड़े बीमारियों से भी टाला जा सकता है। होने वाली तकलीफ और औषधियों का खर्च भी बचेगा। तो फिर आज से छाछ 🥛🥛 पीना शुरू करें।
– डॉ0 विजय शंकर मिश्र