पहले महिला की जमीन कब्जाई, फिर बेच दी वन विभाग की जमीन

गुडम्बा इलाके में दबंगों का कारनामा, राजस्व टीम की जांच में हुआ खुलासा। डीसीपी उत्तरी के निर्देश पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

क्राइम रिव्यू
लखनऊ। गुडम्बा इलाके में दबंगों ने पहले महिला की जमीन पर कब्जा करके निर्माण कर लिया। पुलिस से शिकायत के बाद दंबगो ने महिला को वन विभाग की जमीन का बैनामा करवा दिया। राजस्व टीम की जांच में इसका खुलासा होने पर गुडम्बा पुलिस ने सोमवार को डीसीपी के निर्देश पर जालसाजों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की है।
इंस्पेक्टर गुडम्बा फरीद अहमद ने बताया बहादुरपुर, फूलबाग कॉलोनी निवासी हरिश्चंद्र गिरि ने 500 वर्ग फुट का एक प्लॉट बहादुरपुर में संजय कुमार से 27 जनवरी 2011 को बैनामा कराया था, लेकिन वह प्लॉट पर निर्माण नहीं करा सका। आरोप है कि स्थानीय निवासी हाफिज अब्दुल हसीब और मुजीब ने उसके प्लॉट पर कब्जा कर दो मंजिला इमारत बना ली। विरोध करने पर धमकी देने लगे। इसकी शिकायत पीड़ित ने गुडम्बा थाने पर की। जहां आपसी समझौते में आरोपी दूसरी जगह प्लॉट देने को राजी हो गये।
वन विभाग की जमीन की कर दी रजिस्ट्री
पीड़ित हरिश्चंद्र ने बताया कि आरोपियो ने 6 मार्च को अपने सहयोगी आदिलनगर निवासी डॉ. संतोष कुमार से छलपूर्वक 500 वर्ग फुट के स्थान पर 350 वर्ग फुट की रजिस्ट्री उसकी पत्नी मंजू गिरि के नाम से करवा दी। जिसके बाद कब्जा देने के नाम पर आरोपी तीन महीने तक टालमटोल करते रहे। हताश होकर पीड़ित ने राजस्व टीम के साथ मौके पर पहुंचा। जहां उसे पता चला कि जिस जमीन की रजिस्ट्री आरोपियों द्वारा उसे की गई है, वह वन विभाग की है।
 
कानूनी कार्यवाही पर भड़के आरोपी, जान से मारने की दी धमकी
पीड़ित ने बताया कि अपने साथ हुए छल पर उसने आरोपियो पर कानूनी कार्यवाही की बात कही। आरोप है कि इस बात को सुनकर विपक्षी मुजीब आग-बबूला हो गया और असलहा निकाल कर उसकी कनपटी पर सटा दिया। उसे व उसकी पत्नी को भद्दी-2 गालियां देते हुए कहा कि अब प्लाट भूल जाओ। पुलिस, कोर्ट, कचहरी के चक्कर लगा लो, तुम्हे कुछ नही मिलेगा और ज्यादा किया तो तुम दोनो को जान से मरवाकर गोमती नदी में फिंकवा देंगें।
पीड़ित ने डीसीपी उत्तरी से लगाई गुहार, फिर दर्ज हुआ मुकदमा
पीड़ित हरिश्चंद्र ने बताया कि उसने 13 मार्च को आरोपियो के खिलाफ गुडम्बा थाने में तहरीर दिया। लेकिन गुड़म्बा पुलिस उसकी तहरीर लेकर शांत बैठ गई। जिसके बात पीड़ित ने डीसीपी उत्तरी देवेश कुमार पाण्डेय से न्याय की गुहार लगाई। डीसीपी उत्तरी ने मामले की जांच एसीपी गाजीपुर सुनील शर्मा को दी। जांच के बाद डीसीपी के निर्देश पर आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज किया गया। इंस्पेक्टर गुडम्बा फरीद अहमद ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास शुरू कर दिया गया है।

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