प्रवासी पक्षियों के लिए जलवायु परिवर्तन, पेस्टीसाइड का प्रयोग व आर्टिफिशियल लाइट बन रहा चुनौती
पृथ्वी इनोवेशन द्वारा विश्व प्रवासी पक्षी दिवस पर हुए कई प्रतियोगिताएं, विजेताओं हुए सम्मानित
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। पृथ्वी इनोवेशन व उत्तर प्रदेश जैव विविधता बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में विश्व प्रवासी पक्षी दिवस आईआईएम रोड स्थित महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी के प्रांगण में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर क्राफ्ट, कैलेंडर मेकिंग, पोस्टर मेकिंग, जिंगल समेत कई प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महर्षि गुरुदेव जी की प्रार्थना व महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी के वाइस चांसलर भानु प्रताप सिंह के उदबोधन से हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डिपार्टमेंट ऑफ एनवायरमेंटल साइंस, इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के विभागाध्यक्ष मनोहर आलम खालिद ने प्रवासी पक्षियों के विषय में बहुत ही रोचक एवं महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रवासी पक्षियों को जलवायु परिवर्तन हैबिटेट लॉस, पेस्टिसाइड्स के प्रयोग एवं आर्टिफिशियल लाइट की कारण बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उत्तर प्रदेश जैव विविधता बोर्ड के सचिव बी प्रभाकर, एजुकेशनल ऑफिसर लखनऊ प्राणी उद्यान डॉ नीना कुमार ने प्रवासी पक्षियों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी। प्रतिभागियों ने भी सुंदर कलाकृतियों, नुक्कड़ नाटक एवं नृत्य नाटिका के माध्यम से अपने भाव और विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन पृथ्वी इनोवेशंस की सचिव अनुराधा गुप्ता ने किया।
इन्होंने मारी बाजी
इको क्राफ्ट में ईशा दिवेदी डीपीएस विद्यालय, एकता और उमा, वोकेशनल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट छठे मिल, अखिल सिंह, महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी।
ग्रीटिंग कार्ड्स एवं कैलेंडर डिजाइन में अंशिका मिश्रा, माही सिंह, श्वेता भारती, अंशिका वर्मा और वशिका सिंगल।
स्पेशल इनोवेशन श्रेणी में मुस्कान और रश्मि शर्मा वोकेशनल इंस्टीट्यूट।