लखनऊ वासियों को गोमती नगर में मिला 14.217 एकड़ का नया पार्क
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी के प्रयास से 23 मई से आम जनता के लिए खुल जाएगा ताज होटल के पीछे ग्रीन बेल्ट पार्क के द्वार
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। गोमती नगर के विपिन खण्ड में स्थित ताज होटल के पीछे ग्रीन बेल्ट पार्क के द्वार कल (23 मई) से आम जनता के लिए खोल दिए जाएंगे। इसको लेकर लखनऊ विकास प्राधिकरण ने तैयारी पूरी कर ली है। पार्क में आगंतुकों की सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी गार्ड तैनात कर दिए गए हैं। इसके अलावा प्राधिकरण के कर्मचारी पार्क की साफ-सफाई में लगाए गए हैं।
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि जल्द ही पार्क का टोटल स्टेशन और ड्रोन सर्वे कराया जाएगा, जिसके बाद पार्क में सौंदर्यीकरण का काम शुरू होगा। पार्क को किस रूप में विकसित किया जाएगा और इसमें सुविधाएं कैसी होंगी? इसके लिए आम जनता से भी सुझाव लिए जाएंगे। लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा दि इंडियन होटल कम्पनी लिमिटेड (ताज होटल) को आवंटित की गई ग्रीन बेल्ट की 14.217 एकड़ जमीन बीते बुधवार को वापस ले ली गई थी। एलडीए ने यह जमीन होटल प्रबंधन को 25 वर्षों की लीज पर दी थी। लीज अवधि समाप्त होने और होटल प्रबंधन द्वारा लीज शर्तों का उल्लंघन किये जाने पर प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने इस जमीन का आवंटन निरस्त करते हुस इसे सार्वजनिक पार्क के रूप में विकसित किए जाने का आदेश दिया। उपाध्यक्ष के इस निर्णय से लखनऊ वासियों को गोमती नगर में एक नया पार्क मिल गया है। अधिशासी अभियंता उद्यान अवनीन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि 23 मई (सोमवार) की सुबह से पार्क के द्वार आम जनता के लिए खोल दिए जाएंगे। पार्क में लोगों की इंट्री पूरी तरह नि:शुल्क रहेगी और इसकी टाइमिंग सुबह 6:00 बजे से रात 9:00 बजे तक होगी। पार्क के गेट पर सुरक्षा गार्ड तैनात कर दिए गए हैं और साफ-सफाई व जल छिड़काव के लिए कर्मचारियों को लगाया गया है।
भव्य प्रवेश द्वार बनेगा
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि पार्क में वाहनों की पार्किंग के लिए जगह है। लोगों को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए भविष्य में पार्किंग स्थल का क्षेत्रफल बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा पार्क के मुख्य गेट पर भव्य प्रवेश द्वार बनवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पार्क के गेट व अन्य स्थानों पर साइनेज बोर्ड लगाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं।
बच्चे तय करेंगे किड्स जोन का स्वरूप
उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि यह पार्क पूरी तरह से आम जनता को समर्पित है। लिहाजा लोगों से सुझाव लेकर ही पार्क को संवारने का काम किया जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण द्वारा संचालित अन्य पार्कों की तरह यहां भी क्यूआर कोड लगाए जाएंगे। पार्क में आने वाले लोग इस क्यूआर कोड को मोबाइल फोन से स्कैन करके अपने सुझाव दे सकेंगे। इसके अतिरिक्त पार्क में किड्स जोन भी विकसित किया जाएगा, जिसके लिए स्कूली बच्चों को पार्क में भ्रमण कराकर उनकी पसंद जानी जाएगी।