अखिलेश यादव की बुलाई बैठक में नहीं पहुंचे आजम खान, नाराजगी को लेकर दिया बडा़ बयान
उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा का सत्र शुरू होने से एक दिन पहले रविवार को सपा मुख्यालय में विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। रामपुर से विधायक और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने अपनी पार्टी से नाराजगी की चर्चा पर कहा कि मैं नाराज होने की स्थिति में नहीं हूं। उन्होंने कहा कि क्योंकि मुझे जो संरक्षण मिला है, वह मुझे न्यायपालिका से मिला है। इसलिए जेल में मुझसे मिलने आए और जो किसी कारण से नहीं आए दोनों का शुक्रिया अदा कर रहा हूं। इस दौरान आजम खान ने कहा कि मैं किसी पर कमेंट नहीं कर रहा हूं।
उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा का सत्र लखनऊ में शुरू होने से एक दिन पहले रविवार को सपा मुख्यालय में विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें आजम खान शामिल नहीं हुए थे। अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव भी इस बैठक में नहीं पहुंचे। सपा नेताओं ने कहा कि हाल ही में सीतापुर जेल से जमानत पर रिहा हुए आजम खान रामपुर में हैं और स्वास्थ्य कारणों से बैठक में शामिल नहीं हो सके। खान के अलावा रामपुर से सपा विधायक, उनके बेटे और विधायक अब्दुल्ला आजम और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव भी विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए। रामपुर जिले की स्वार विधानसभा सीट से अब्दुल्ला आजम चुनाव जीते हैं।
सपा नेता बोले-बजट सत्र में हिस्सा लेंगे आजम खान
सपा के वरिष्ठ नेता रविदास मेहरोत्रा ने कहा, ‘आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम कल (सोमवार) सत्र में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि वह (आजम खान) स्वास्थ्य कारणों से बैठक में शामिल नहीं हो सके। मेहरोत्रा ने कहा कि सोमवार को आजम खान पहले विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ लेंगे और फिर सत्र में शामिल होंगे।
आजम खान पर दर्ज हैं 88 मामले
गौरतलब है कि आजम खान के खिलाफ रामपुर में जमीन हड़पने सहित 88 मामले दर्ज हैं और उच्चतम न्यायालय द्वारा धोखाधड़ी के एक मामले में अंतरिम जमानत दिए जाने के बाद उन्हें 20 मई को सीतापुर जेल से रिहा कर दिया गया था। आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खान ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर अपने सहयोगी (आजम खान) और मुस्लिम समुदाय की अनदेखी करने का आरोप लगाया था, जिससे समाजवादी पार्टी में दरार की अटकलें तेज हो गई थीं।
आजम के मीडिया प्रमुख ने लगाया था आरोप
फसाहत अली खान ने आरोप लगाया था कि अखिलेश यादव ने आजम खान से जेल में केवल एक बार मुलाकात की और पार्टी ने पिछले ढाई साल में उनकी रिहाई के लिए कोई प्रयास नहीं किया। सीतापुर जेल में आजम खान से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव ने भी आरोप लगाया था कि सपा ने आजम खान की लड़ाई ठीक से नहीं लड़ी।
सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा से नहीं मिले थे आजम खान
आजम खान के समाजवादी पार्टी नेतृत्व से नाखुश होने की अटकलों को और बल मिला जब वह जेल में रहते हुए सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा से नहीं मिले, लेकिन एक दिन बाद कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम से मुलाकात की। सीतापुर जेल से छूटने के बाद रामपुर पहुंचे आजम खान से शुक्रवार को जब पत्रकारों ने पूछा कि आप सपा के प्रतिनिधिमंडल से क्यों नहीं मिले तो उन्होंने कहा कि मेरी तबीयत ठीक नहीं है। शिवपाल यादव की अनुपस्थिति के बारे में मेहरोत्रा ने कहा कि ‘हालांकि उन्होंने सपा के चुनाव चिन्ह (साइकिल) पर विधानसभा चुनाव जीता है, लेकिन वह एक पार्टी के प्रमुख भी हैं और इससे पहले भी वह बैठक में शामिल नहीं हुए थे। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने विधायकों से कहा है कि वे विधानसभा के सत्र में जनहित के मामलों को प्रमुखता से उठाएं।