आदिवासी आधिकारों के लिए लड़ने वाली झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू होंगी एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार
बीजेपी की संसदीय बोर्ड की बैठक में हुआ निर्णय, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की घोषणा
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। आदिवासी आधिकारों के लिए लड़ने और जूझने वाली झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू (64 वर्ष) एनडीए की ओर से राष्ट्रपति की उम्मीदवार होंगी। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को देर शाम एक प्रेस कांफ्रेंस में इसकी घोषणा की।
इससे पहले राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम पर मंथन के लिए पार्टी मुख्यालय में बीजेपी की संसदीय बोर्ड की बैठक हुई। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित संसदीय बोर्ड के अन्य सदस्य बैठक में मौजूद रहे।
ओडिशा विधानसभा से विधायक व मंत्री भी रही है द्रौपदी मुर्मू
द्रौपदी मुर्मू वर्ष 2000 से 2004 तक ओडिशा विधानसभा में रायरंगपुर से विधायक तथा राज्य सरकार में मंत्री भी रहीं। भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल की गठबन्धन सरकार में 6 मार्च 2000 से 6 अगस्त 2002 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार की राज्य मंत्री तथा 6 अगस्त 2002 से 16 मई 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री रहीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर चौंकाया
उत्कल विश्वविद्यालय से स्नातक द्रौपदी मुर्मू 2015 में झारखण्ड की पहली राज्यपाल बनने वाली पहली आदिवासी महिला थीं। 2014 में नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे। मुर्मू के राज्यपाल बनने पर लोगों को गहरा आश्चर्य हुआ था। मोदी जी ऐसे रहस्यमय फैसले लेने के लिए विख्यात हैं, जैसा कि उन्होंने 2017 में रामनाथ कोविन्द को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाकर भाजपा और पूरे देश को चौंका देश में अब तक कोई भी आदिवासी राष्ट्रपति नहीं बना है, इस कारण भी द्रौपदी की उम्मीदें प्रबल हैं। आदिवासी समाज का मजबूत चेहरा, स्वच्छ व ईमानदार छवि के लिए जानी जाती है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा से होगा मुकाबला
राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों की ओर से संयुक्त उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा मैदान में है। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। विपक्ष द्वारा अपना उम्मीदवार उतारने से अब मतदान तय हो गया। अगले राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए 18 जुलाई को मतदान होगा। 29 जून नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है।