सेरीग्राफी की बारीकियों से अवगत हुए वास्तुकला के छात्र
वास्तुकला एवं योजना संकाय में एक दिवसीय सिल्क स्क्रीन प्रिंटिंग कार्यशाला का हुआ आयोजन
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। सिल्क स्क्रीन की छपाई को सेरीग्राफी (serigraphy) या सेरीग्राफ छपाई भी कहते हैं। चूंकि एक बार में एक रंग की छपाई होती है। बहुरंगी छपाई के लिए एक से अधिक बार छपाई करना पड़ता है या एक से अधिक स्क्रीन बनाने पड़ते हैं। और उन्हें बारी-बारी से अलग अलग रंग लगाकर छपाई की जाती हैं। आज तकनीकी विकास के कारण इस विधा के व्यवसाय में थोड़ी कमी आयी है। लेकिन इस विधा को कला के क्षेत्र में आज भी कलाप्रेमी इसका महत्व समझते हैं और इसका बहुतायत प्रयोग करते हैं। कलाकार ज्यादा संख्या में इस विधा का प्रयोग अपनी कलाकृतियों में करते हैं। ज्ञातव्य हो कि लखनऊ स्थित वास्तुकला एवं योजना संकाय , अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय टैगोर मार्ग में रविवार को सिल्क स्क्रीन प्रिंटिंग का एक कार्यशाला आयोजित किया गया। इस विधा के तकनीकी विशेषज्ञ के रूप में आनंद जायसवाल एवं उनके सहयोगी बब्बन जैसवाल रहे। साथ में कार्यशाला के लिए संकाय के शिक्षक कलाकार गिरीश पांडेय, भूपेंद्र कुमार अस्थाना, धीरज यादव, रत्नप्रिया कांत एवं आर्किटेक्ट रोली ने संकाय के लगभग 85 छात्रों के साथ सहभागिता की।