फिजिक्सवाला को बदनाम कर रहे हैं प्लेटफाॅर्म छोड़ने वाले शिक्षक
फिजिक्सवाला की 20 फैकल्टी को पैसा किया गया आँफर
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। वेस्टब्रिज कैपिटल समर्थित अड्डा247 यूट्यूब पर अपने एक चैनल संकल्प को शुरू करने के लिए वेस्टब्रिज कैपिटल समर्थित कंपनी फिजिक्सवाला के पांच शिक्षकों को तोड़ने के लिए 100 करोड़ रुपये खर्च किए। अकेडमिक डायरेक्टर आदित्य आनंद और मनीष दुबे, नीट श्रेणी के प्रमुख तरुण कुमार, रसायन विज्ञान के प्रमुख सर्वेश दीक्षित और गणित के प्रोफेसर सिद्धार्थ मिश्रा ने यूट्यूब चैनल शुरू करने के लिए 3 मार्च को अलख पांडे के नेतृत्व वाली कंपनी का साथ छोड़ दिया। यह मामला तब सामने आया जब अक्टूबर 2022 में फिजिक्सवाला ने सरकारी नौकरी की तैयारी के लिए प्रेपआनलाइन नामक मंच को खरीद लिया जो कि अड्डा247 का मुख्य व्यवसाय था।
फिजिक्सवाला के डिजिटल चीफ संयम बडोला ने कहा कि टीचर्स के जाने से हमे कोई एतराज नहीं है लेकिन जिस प्लेटफार्म पर आपने बच्चों को पढ़ाया आप उसे ही बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं जो गलत है। ये सभी शिक्षक विद्यार्थियों के साथ भावनात्मक खिलवाड़ कर रहे । इन टीचर्स ने अड्डा247 से एडवांस ले लिया और यह बात उन्होंने अपने वीडियो में नहीं बताई। बडोला ने बताया कि फिजिक्सवाला की 20 फैकल्टी को पैसा आॅफर किया गया। कुछ टीचर्स जो फिजिक्सवाला छोड़कर नहीं गए उन्होंने यह जानकारी दी। यह सबकुछ एक साजिश के तहत किया जा रहा है । इन सभी टीचर्स को फिजिक्सवाला के नाम पर ही सफलता मिली है और ये फिजिक्सवाला को ही बदनाम करने और छात्रों को तोड़ने की भी कोशिश कर रहे हैं।
फिजिक्सवाला के मुख्य रणनीति अधिकारी, अभिषेक मिश्रा ने कहा- ‘‘हमारे कई शिक्षकों को लाखों-करोड़ों के ऑफर्स दिये जा रहे हैं। कुछ शिक्षक जो पहले से ही हमारे टॉप-पेड शिक्षक थे, हमसे प्रतिस्पर्धा के लिए हमे छोड़कर चले गए। सूत्रों का कहना कि अड्डा247 ने पिछले साल अक्टूबर में 35 मिलियन का फंडिंग राउंड उठाया था और छात्रों को मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन तैयारी करने में मदद करने के लिए यूट्यूब चैनल शुरू किया। अभिषेक का कहना है कि ‘‘अगर अड्डा247 ने अपने नाम के तहत प्लेटफॉर्म लॉन्च किया होता, तो अन्य प्लेटफॉर्म से ऐसे अनधिकारिक पैकेज पर प्रसिद्ध शिक्षकों को लेने पर उन्हें छात्रों से कई प्रकार की प्रतिक्रिया मिली होती।