समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को लखनऊ में की बैठक, पार्टी नेताओं को दिया अहम निर्देश
क्राइम रिव्यू: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव खत्म होने के बाद अब हर पार्टी अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में लग गई है. बीजेपी जगह-जगह बैठकें कर अपनी तैयारियों की समीक्षा कर रही है. वहीं बीएसपी चीफ मायावती ने गुरुवार को बैठक बुलाई है. जबकि इससे पहले ही समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव एक्टिव हो गए हैं.
अखिलेश यादव ने बुधवार को लखनऊ के सपा दफ्तर में विधायकों और प्रमुख नेताओं की बैठक को संबोधित किया. इस दौरान सपा प्रमुख ने कहा, “निकाय चुनाव में जीते पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई दी और पार्टी के लिए लगातार संघर्ष कर रहे साथियों का धन्यवाद दिया. साल 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी में अभी से जुट जाना है. बूथ स्तर तक पार्टी का मजबूत संगठन बनाकर जनता के दुःखदर्द में शरीक होते रहना है.”
सपा प्रमुख ने कहा, “सपा बीजेपी की कुनीतियों से बराबर लड़ती रहेगी. अब जनता जानने लगी है कि बीजेपी झूठ और फरेब से लोगों को बरगलाने में माहिर है. सपा के मुकाबले उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार का छह साल में एक भी विकास कार्य नहीं है. केन्द्र सरकार के 9 वर्ष हो गये हैं. जनहित में बीजेपी की केन्द्र सरकार ने बहकाने, भटकाने के अलावा कोई काम नहीं किया है.”
उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में जनता ने बीजेपी को सबक सिखाने का काम किया है.निकाय चुनाव में बीजेपी के लगभग 25 फीसदी सांसदों के क्षेत्र में जनता ने बीजेपी प्रत्याशियों को हरा दिया है. महंगाई, बेरोजगारी, ठप्प कारोबार, ध्वस्त कानून व्यवस्था और बढ़ते भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता का फैसला है. महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, किसानों की समस्याएं देश में बड़ा मुद्दा है. इन समस्याओं के लिए केन्द्र और प्रदेश की बीजेपी सरकार जिम्मेदार है. लोकसभा चुनाव में जनता बीजेपी की सत्ता पलट देगी.” बता दें कि मायावती गुरुवार को लखनऊ में बैठक करेंगी.