‘आदिपुरुष’ पर हो रहे विवाद पर ‘रामायण’ की ‘सीता’ ने तोड़ी चुप्पी, दीपिका ने कहा कि-‘रामायण नहीं है मनोरंजन का साधन’

क्राइम रिव्यू: दशकों पहले रामानंद सागर की रामायण में ‘सीता’ का रोल निभाकर दीपिका चिखलिया ने हर दिल में जगह बना ली थी. लोग उन्हें असली की सीता मां मानकर पूजने लगे थे. वहीं ‘रामायण’ की ‘सीता’ ने अब ओम राउत के डायरेक्शन में बनी ‘आदिपुरुष’ पर हो रहे विवाद पर चुप्पी तोड़ी है. दीपिका ने एक नए इंटरव्यू में हाल ही में रिलीज़ हुई प्रभास और कृति सनोन-स्टारर फिल्म के बारे में कहा कि हिंदू महाकाव्य से किसी भी तरह की छेड़छाड़ को आलोचना का सामना करना ही पड़ेगा.

दीपिका ने ये भी कहा कि हिंदू महाकाव्य एंटरटेनमेंट के लिए नहीं है, और फिल्म मेकर्स को हर कुछ सालों में नए बदलाव के साथ आने से बचना चाहिए. आदिपुरुष, रामायण की एक भव्य मल्टीलिंगुअल रीटेलिंग है. इसके डायलॉग, बोलचाल की भाषा और हिंदू महाकाव्य के कुछ कैरेक्ट्स की गलत व्याख्या के लिए ये आलोचना का शिकार हुई है। दीपिका चिखलिया ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, “हर बार यह पर्दे पर वापस आएगी, चाहे वह टीवी हो या फिल्म हो, इसमें कुछ ऐसा होगा जो लोगों को आहत करेगा क्योंकि आप रामायण की एक प्रतिकृति नहीं बनाने जा रहे जिसे हमने बनाया था. मुझे सबसे ज्यादा दुख इस बात का है कि हम लगातार हर साल या दो साल में रामायण बनाने की कोशिश क्यों कर रहे हैं? रामायण एंटरटेनमेंट के लिए नहीं है. यह कुछ ऐसा है जिससे आप सीखते हैं. ये एक किताब है, जो पीढ़ियों से चली आ रही है और यही हमारे संस्कार (मूल्य) हैं. ”

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दीपिका चिखलिया ने अभी तक आदिपुरुष नहीं देखी है. इसे लेकर उन्होंने कहा कि फिल्म के चारों ओर निगेटिव चर्चा हैं और इसलिए वे इसे देखने पर विचार भी नहीं कर रही हैं. एक्ट्रेस ने आगे कहा इस बिंदु पर, मेरे पास कहने के लिए कुछ भी नहीं है. लोग मेरे पास इसके बारे में पूछने आ रहे हैं. सारे लोग प्रेस से भी हैं, लेकिन मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. ओम राउत के डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘आदिपुरुष’ रामायण की एक भव्य मल्टीलिंगुअल रीटेलिंग है. हालांकि प्रभास और कृति सेनन की ये फिल्म रिलीज के बाद से विवादों में फंसी हुई है. इसके डायलॉग, बोलचाल की भाषा और हिंदू महाकाव्य के कुछ कैरेक्ट्स की गलत व्याख्या के लिए ये आलोचना का शिकार हुई है. यहा तक कि इसे बैन करने की मांग भी उठ रही है.

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