यूपी में बंदर भी हुए जानलेवा, हमले में घायल दारोगा की 7 दिन बाद हुई मौत
क्राइम रिव्यू: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां जिले में अपनी बहन के घर जा रहे 54 वर्षीय शख्स पर बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया, जिसके 7 दिन बाद उसकी मौत हो गई। अमरोली गांव निवासी कालीचरण बदायूं पुलिस लाइन में दारोगा के पद पर कार्यरत था।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 13 जून को वह फतेहगंज क्षेत्र के मुर्तजाबाद गांव में अपनी बहन जय देवी के घर गया, जहां बंदरों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया। चरण के पुत्र मोहर सिंह ने बताया कि उसके पिता शाम को टहलने के लिए छत पर गए थे। वहां बंदरों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया, जिससे वह छत से नीचे गिर गया। उन्होंने कहा कि शुरुआत में उन्हें बदायूं के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन बाद में तबीयत बिगड़ने के कारण उन्हें बरेली रेफर कर दिया गया था। सिंह ने कहा कि दुख की बात है कि बरेली के मिनी बाइपास स्थित एक निजी अस्पताल में 7 दिनों तक इलाज कराने के बाद उनका निधन हो गया और मंगलवार को उनका पोस्टमार्टम किया गया।
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मुर्तजाबाद गांव के प्रधान पंकज गंगवार ने बताया कि गांव में बंदरों के हमले में कई लोग घायल हो गए। लेकिन कई बार शिकायत करने के बाद भी उन्हें पकड़ने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इससे पहले, बदायूं और बरेली जिलों में आवारा बंदरों द्वारा कई हमले देखे गए। बदायूं के फतेहगंज क्षेत्र के राजश्री मेडिकल के पास 27 जुलाई 2022 को बंदरों के झुंड ने हमला कर कई लोगों को घायल कर दिया था। इसी बीच जुलाई 2022 में बरेली के डंका इलाके में एक बंदर ने 4 महीने के बच्चे को उसके पिता की गोद से छीन लिया, जिससे बच्चे की गिरने से मौत हो गई। मीरगंज के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट उदित पंवार ने घटना की पुष्टि की और कहा कि आवारा बंदरों को पकड़ने और बढ़ती समस्या को हल करने के लिए एक टीम को तैनात करने के लिए तत्काल उपाय किए जा रहे हैं।