चित्रकूट पुलिस ने महिलाओं के लिए ‘चुप्पी तोड़ो खुलकर बोलो’ चलाया अभियान, दो वीरांगनाओं समेत महिला आरक्षियों को किया सम्मानित

क्राइम रिव्यू: चित्रकूट पुलिस ने महिलाओं को सशक्त करने के लिए नए अभियान की शुरुआत की है. ‘चुप्पी तोड़ो खुल कर बोलो’ अभियान के तहत महिला जन चौपाल का आयोजन किया जा रहा है. आयोजन में ग्रामीण महिलाओं को अधिकारों और कानून से रूबरू कराया जा रहा है. मऊ थाना क्षेत्र के खंडेहा गांव में महिला जन चौपाल का आयोजन किया गया. आयोजन में एडीजी प्रयागराज भानु भास्कर और पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला सहित पुलिस अधिकारी मौजूद रहे. महिला जन चौपाल में अपराधों के खिलाफ लड़ाई की जानकारी दी गई. पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने चुप्पी खोलो खुल कर बोलो का नारा देते हुए महिलाओं को पुलिस से शिकायत करने के लिए जागरूक किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर मिशन शक्ति का दोबारा अभियान चलाया जा रहा है.

अभियान के तहत जनपद में महिला जन चौपाल लगाया जा रहा है. जन चौपालों में महिलाओं को अधिकारों और कानून से रूबरू कराया जा रहा है. अभियान का उद्देश्य महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में कमी लाई जाना है. जन चौपाल लगाकर महिलाओं की समस्याएं भी सुनी जा रही हैं. पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने दो वीरांगनाओं को सम्मानित किया. पहली 9 वर्षीय वीरांगना ने बड़ी बहन की सूझबूझ से जान बचाई थी.

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बड़ी बहन का कटाई मशीन में सिर फंस गया था. दूसरी वीरांगना ने गलत इरादे से घर में घुसे शोहदे के मंसूबे को नाकाम कर साहस का परिचय दिया. उसने घर के दरवाजे की कुंडी बाहर से बंद कर शोहदे को पकड़वाया. वीरांगना की पुकार पर ग्रामीण इकट्ठा हो गए थे. दोनों के साहस और सूझबूझ को देखते हुए सम्मानित किया गया. पुलिस अधीक्षक ने अच्छा काम करनेवाली महिला आरक्षियों को भी प्रशस्ति पत्र प्रदान किए.

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