रोक के बावजूद सड़क पर नमाज पढ़ना पड़ा महंगा, पुलिस ने लिया सख्त एक्शन
क्राइम रिव्यू: ईद उल अजहा (बकरीद) पर रोक के बावजूद मस्जिद के बाहर नमाज पढ़ने पर अज्ञात लोगों के खिलाफ जाजमऊ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। वरिष्ठ उपनिरीक्षक धर्मेंद्र कुमार के अनुसार बकरीद वाले दिन सुबह उनकी ड्यूटी जाजमऊ स्थित दादामियां ईदगाह के पास लगी थी। सुबह 8:15 के करीब जैसे ही नमाज शुरू हुई तभी 40-50 अज्ञात लोग दौड़ते हुए दादामिया ईदगाह गेट के पास आ पहुंचे। नमाज शुरू हो चुकी थी जिसके चलते सभी मस्जिद के गेट के बाहर सड़क किनारे अपनी चादर बिछाकर नमाज पढ़ने लगे। वहां तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा नमाज पढ़ रहे लोगों को मना किया गया लेकिन वह नहीं माने और नमाज पढ़ी। जबकि पूर्व में पीस कमेटी व उच्चाधिकारियों द्वारा मीटिंग करके ईदगाह के अंदर ही नमाज पढ़ने के निर्देश दिये गए थे।
इस संबंध में जाजमऊ थाना प्रभारी अरविंद कुमार ने बताया धारा 144 लागू होने बावजूद नियमों की अनदेखी की गई है। उपनिरीक्षक की तहरीर पर नमाज पढ़ने वाले लोगों के पर सरकारी कार्य में बाधा डालने, सरकारी नियमों को तोड़ने समेत संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। जिला प्रशासन ओरे कमिस्नरेट के अधिकारियों ने सभी 50 थानाक्षेत्र के थानेदारों को स्पष्ट निर्देश जारी किए थे कि बकरीद के मौके पर कोई भी नमाजी सड़क पर नमाज नहीं पढ़ेगा।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सड़क पर धार्मिक आयोजनों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। यूपी सरकार ने ऐलान किया है कि सड़क पर कोई धार्मिक आयोजन नहीं होगा। सड़क पर नमाज पढ़े जाने पर भी पाबंदी रहेगी। ईद उल फितर और अक्षय तृतीया जैसे त्योहारों के पहले ये दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।