संदिग्ध परिस्थिति में छात्र की मौत को लेकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय में बवाल, छात्रों ने महिलाओं के साथ की अभद्रता एवं हाथापाई
क्राइम रिव्यू: इलाहाबाद विश्वविद्यालय परिसर में मंगलवार को एक छात्र की संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत को लेकर बुधवार को छात्रों ने परिसर में तोड़फोड़ की तथा महिलाओं के साथ कथित रूप से अभद्रता एवं हाथापाई की जिसमें कुछ शिक्षिकाओं को मामूली चोट भी आई। इलाहाबाद विश्वविद्यालय की जनसंपर्क अधिकारी जया कपूर ने एक बयान जारी कर कहा कि अजय यादव सम्राट के नेतृत्व में कुछ बाहरी अराजक तत्वों ने बुधवार को विश्वविद्यालय परिसर में भयंकर तोड़फोड़ की और महिलाओं के साथ अभद्रता एवं हाथापाई की जिसमें कुछ शिक्षिकाओं को चोट आई है।
जया ने कहा, ‘‘उपद्रवियों ने हिंदी, संस्कृत, शिक्षा विभागों एवं प्रॉक्टर कार्यालय में उपद्रव और तोड़फोड़ की तथा रजिस्टर आदि के कागज फाड़ दिये। विश्वविद्यालय प्रशासन स्पष्ट कर चुका है कि परिसर में छात्र की मृत्यु दु:खद है लेकिन इसका विश्वविद्यालय से कोई संबंध नही है। ये एक दुर्घटना थी जो परिसर में घटित हुई।” कपूर ने कहा, ‘‘मृतक छात्र अपनी पारिवारिक परिस्थितियों के कारण बेहद तनाव में था और उसका खानपान भी प्रभावित रहता था। उसकी मृत्यु के बहाने विश्वविद्यालय में महिलाओं के साथ मारपीट और परिसर में तोड़फोड़ बेहद निंदनीय है। अराजक तत्व इस दुखद घटना को गुंडागर्दी और सस्ती लोकप्रियता के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।”
सहायक पुलिस आयुक्त (शिवकुटी) राजेश कुमार यादव ने बताया कि मृतक छात्र की पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है जिससे मृत्यु का कारण पता नहीं चल सका है। छात्रों ने चक्काजाम करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें समझा कर रास्ता खाली कराया। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में मीडिया स्टडीज के पांचवे सेमेस्टर का छात्र आशुतोष कुमार दूबे (22) मंगलवार को छात्रसंघ भवन के सामने बेहोश पाया गया था जिसे छात्रों द्वारा एसआरएन अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने समय रहते एंबुलेंस मुहैया नहीं कराई जिससे छात्र की मृत्यु हो गई।