10 हजार करोड़ की हेराफेरी का पर्दाफाश, पुलिस ने करीब 7 लाख लोगों का डेटा बरामद किया
क्राइम रिव्यू: दिल्ली से सटे यूपी के नोएडा में हजारों करोड़ के घोटाले का मामला सामने आया है। यह मामला, नोएडा की सेक्टर 20 कोतवाली का है, यहां पुलिस और साइबर सेल की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एक ऐसे अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो फर्जी डेटाबेस को लेकर फर्जी फर्म जीएसटी नंबर बनाकर सरकार को करोड़ों का चूना लगा रहे थे।
पुलिस के मुताबिक अभी तक पैसों का फर्जीवाड़ा कर 10 हजार करोड़ की हेराफेरी की गई। इसके साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरे में डालने का काम किया जा रहा था, पुलिस ने गिरोह के मास्टरमाइंड और उसकी पत्नी समेत 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, ये गिरोह दो टीमें बनाकर इस अपराध को अंजाम दे रहा थे।
पुलिस की गिरफ्त में खड़े मोहम्मद यासीन शेख, अश्वनी पांडे, अकाश सैनी, विशाल, राजीव, अतुल सेंगर, दीपक मुजमानी और श्रीमती वनिता को मधु विहार दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। इन सभी पर आरोप है कि ये फर्जी फर्म जीएसटी नंबर तैयार कर बिना माल की डिलीवरी किए बिल बनाते थेऔर फिर उस बिल के आधार पर जीएसटी रिफंड लेकर सरकार को हजारों करोड़ों का चूना लगा रहे थे।
पुलिस के मुताबिक बीते मई महीने में पुलिस को एक शिकायत मिली थी, जिसमें शिकायत करता ने आरोप लगाया था कि उसके नाम पर फर्जी फर्म तैयार कर जीएसटी की चोरी की जा रही है, काफी जांच पड़ताल के बाद मामला सही पाया गया। जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर इस पूरे मामले का पर्दाफाश किया है।
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पकड़े गए गिरोह के पास से पुलिस ने करीब 26 सौ फर्जी जीएसटी फॉर्म, 24 कंप्यूटर, कई फर्जी आधार कार्ड समेत करीब 7 लाख लोगों का डेटा बरामद किया है, ये सभी आरोपी दो टीमें बनाकर इस अपराध को अंजाम दे रहे थे। पुलिस का कहना है कि इस पूरे गैंग में अभी भी कुछ लोग फरार चल रहे हैं। जिसकी पुलिस तलाश में जुटी है।