बहराइच जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला आया सामने, बकरी चरा रहे एक बालक को बाघ ने उतारा मौत के घाट

क्राइम रिव्यू: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के आम्बा गांव में अपने दोस्तों संग बकरी चरा रहे एक बालक को बाघ ने मौत के घाट उतार दिया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

सूत्रों से मिला जानकारी के मुताबिक, थाना सुजौली क्षेत्र के आम्बा गांव निवासी अकबर खान का 12 वर्षीय बालक महफूज़ गुरुवार की शाम को अपने कुछ दोस्तों के साथ गेरुआ नदी के समीप गांव के ही एक थारू व्यक्ति के खेत के किनारे बकरी चराने गया था। तभी जंगल से निकलकर आए बाघ ने उसपर हमला कर दिया। बाघ के हमला करते ही बालक के साथ मौजूद उसके साथी घटनास्थल से शोर मचाते हुए भाग खड़े हुए। तभी आसपास के ग्रामीण भी दौड़ पड़े। इस दौरान लोगों ने हाका लगाना शुरू किया। जिसपर बाघ बालक को मारकर उसका शव छोड़कर जंगल में भाग गया। ग्रामीणों ने शव बरामद कर लिया।

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आपको बता दें कि सूचना पर पुलिस व वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। थानाध्यक्ष ब्रह्मा गौंड ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं रेंजर रामकुमार के दिशानिर्देश पर वन दरोगा मयंक पांडे, पवन शुक्ला, अमर सिंह वर्मा दलबल के साथ पहुचकर घटनास्थल का जायजा लिया व कागजी कार्रवाई कर लोगों को सतर्क रहने को कहा है। मृतक बालक के पिता अकबर ने बताया कि महफूज़ परिवार में सबसे छोटा था। वह प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 3 का छात्र था। उसने बताया कि घटना के समय वह बिछिया मजदूरी करने गया था। इस मौके पर ग्राम प्रधान इकरार अंसारी, हीरा लाल यादव, महताब आलम, फिरोज खान आदि मौजूद रहे। एक साल पहले इसी जगह पर बाघ के हमले में आम्बा के ही गांव निवासी राकेश की मौत हो गई थी।

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