Kalika Temple in Pavagadh: आज पीएम मोदी मंदिर में फहराएंगे ध्वजा, 500 साल पहले मुस्लिम लुटेरे सुल्तान महमूद ने तोड़ा था प्राचीन मंदिर
विश्व धरोहरों की सूची में शामिल है मंदिर
क्राइम रिव्यू
नई दिल्ली। कहते हैं कि इतिहास खुद को दोहराता है। मुस्लिम आक्रांता सुल्तान महमूद बेगड़ा ने गुजरात के महाकाली मंदिर को नष्ट कर दिया था, पीएम नरेंद्र मोदी इसी मंदिर पर धार्मिक झंडा फहराकर 500 साल बाद फिर से इसे देशवासियों को समर्पित करेंगे। इस ऐतिहासिक मंदिर से लाखों श्रद्धालु जुड़े हुए हैं और सभी इसके पुनरुद्धार से बहुत खुश हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, कालिका माता का मंदिर गुजरात के पंचमहल जिले के पावागढ़ में पहाड़ी की चोटी पर बना हुआ है। इस मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में किया गया था। इस मंदिर के शिखर को 15 वीं शताब्दी में मुस्लिम आक्रमणकारी सुल्तान महमूद बेगडा द्वारा चम्पानेर पर हमले के दौरान ध्वस्त कर दिया गया था। इसके साथ ही वहां पीर सदनशाह की दरगाह बनाई गई। चूंकि मंदिर के शीर्ष पर दरगाह प्रबंधन का कब्जा था। यही कारण है कि इतने वर्षों तक वहां कोई शिखर या स्तंभ स्थापित नहीं किया जा सका, ताकि मंदिर का चिह्न फहराया जा सके।
बातचीत के बाद मंदिर के शिखर को किया गया खाली
पावागढ़ के कालिका मंदिर के ट्रस्टी अशोक पंड्या ने बताया कि मंदिर के ऊपर से दरगाह को शिफ्ट करने का काम उसके प्रबंधन ने किया था। कई दौर की बातचीत के बाद दरगाह कमेटी के अधिकारियों ने इस अनुरोध को स्वीकार करते हुए मंदिर के ऊपरी शिखर को खाली करा दिया। जिसके बाद वहां झंडा फहराने के लिए पिलर लगाने का रास्ता साफ हो गया।
विश्व धरोहरों की सूची में शामिल है मंदिर
रिपोर्ट के मुताबिक, ऐतिहासिक महत्व का यह मंदिर (पावागढ़ में कालिका मंदिर) चंपानेर-पावागढ़ पुरातात्विक उद्यान का हिस्सा है। यूनेस्को ने इस मंदिर को विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया है। इस मंदिर में हर दिन सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इस मंदिर के सौंदर्यीकरण पर 125 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसमें मंदिर के आसपास के क्षेत्र का सौंदर्यीकरण और सीढ़ियों का चौड़ीकरण शामिल है।
पीएम मोदी आज गुजरात दौरे पर
पीएम नरेंद्र मोदी आज गुजरात दौरे पर होंगे। इस दौरान वह 21 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इस दौरान वे पावागढ़ में पुनर्विकसित श्री कालिका माता मंदिर का उद्घाटन भी करेंगे और 500 साल बाद मंदिर का झंडा फहराएंगे। वह वडोदरा में गुजरात गौरव अभियान में भाग लेंगे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री सूरत, उधना, सोमनाथ और साबरमती स्टेशनों के पुनर्विकास के साथ-साथ अन्य रेल परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे।