थाने में पुलिसकर्मियों ने महिला के उतरवाए कपड़े, विरोध करने पर किया गाली-गलौज
क्राइम रिव्यू: योगी सरकार की लाख नसीहतों के बावजूद भी यूपी पुलिस अपनी छवि धूमिल करने से बाज नहीं आ रही है। आए दिन यूपी पुलिस की करतूतों से योगी सरकार की चौतरफा किरकिरी हो रही है। बरेली से आए ताजा मामले ने तो खाकी को शर्मसार ही कर दिया है। जहां एक महिला के साथ कुछ लोगों ने मारपीट कर उसे घायल कर दिया। जब महिला ने इसकी शिकायत थाने में की तो क्राइम इंस्पेक्टर और तीन सिपाहियों ने महिला को कमरे में ले जाकर जबरन उसके कपड़े उतारे, फिर चोट के निशान की फोटो खींच ली। जब महिला ने इसका विरोध किया और कहा कि क्या आप डॉक्टर हैं तो पुलिस वालों ने उसके साथ अभद्रता की। जिसके बाद पीड़ित महिला ने अधिकारियों से इसकी शिकायत की, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई।
बता दें कि इज्जत नगर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक महिला का आरोप है कि वह एक समाज सेविका हैं और महिलाओं की मदद करती है। कुछ दिन पहले उसने पीलीभीत की रहने वाली एक महिला की बरेली के आईजी डॉ. राकेश सिंह के यहां पेश होकर एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिससे नाराज होकर पीलीभीत में तैनात सिपाही इमरान ने अपनी मोटरसाइकिल से चार लोगों को उसके पीछे लगा दिया। खजुरिया घाट पर उन लोगों ने उस पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गई।
महिला के मुताबिक, इसकी शिकायत महिला ने इज्जत नगर थाने में की तो इज्जत नगर में क्राइम इंस्पेक्टर राघवेंद्र और तीन सिपाहियों ने इलाज कराने को कहा और कमरे में ले जाकर उसके जबरन कपड़े उतारकर चोट के निशान के फोटो खींच लिए। जब उसने इस बात का विरोध किया और कहा कि क्या आप डॉक्टर हैं तो पुलिस वालों ने उसके साथ अभद्रता भी की और गाली-गलौज भी की। जिसके बाद महिला ने सीओ से इसकी शिकायत की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। ऐसे में परेशान महिला ने कोर्ट का सहारा लिया। कोर्ट ने क्राइम इंस्पेक्टर और तीन सिपाहियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए है। जिसके बाद सभी आरोपी पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। इस मामले में बरेली के एसएससी प्रभाकर चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि क्राइम इंस्पेक्टर और तीन सिपाहियों पर कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इन लोगों की दूसरे थाने से विवेचना कराई जा रही है और जांच में जो बात सामने आएंगी, उसी के आधार पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।