समाजसेविका बिंदु बोरा ने नववर्ष पर बांटी खुशियां, जरूरतमंदों को दिए कंबल
समाजसेविका बिंदु बोरा ने कहा- पीड़ित लोगों की सेवा करने से बड़ा कोई धर्म नहीं है।
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। राजधानी शीतलहर की चपेट में है। इस कड़कड़ाती ठंड में बेघर और गरीब लोगों का जीवन ठिठुर गया। ऐसे में इन बेघर और गरीब लोगों के लिए मसीहा बनकर खड़ी हुई हैं वरिष्ठ समाजसेविका बिंदु बोरा। नववर्ष के उपलक्ष्य में वरिष्ठ समाजसेविका बिंदु बोरा ने पुत्र वात्सल्य बोरा के साथ मिलकर मंगलवार को पुरनिया स्थित झुग्गी झोपड़ी में गुजर बसर कर रहे लोगों व उनके बच्चों को कंबल एवं वस्त्र वितरित किए। इस दौरान लोगों को बिस्कुट, चॉकलेट व लड्डू बांटकर नववर्ष का स्वागत किया गया।
समाजसेविका बिंदु बोरा ने बताया कि पीड़ित लोगों की सेवा करने से बड़ा कोई धर्म नहीं है। गरीबों व असहायों की सेवा उनका ध्येय है। उन्होंने कहा कि आगे भी इसी तरह असहायों को ठंड में राहत पहुंचाने का कार्य चलता रहेगा। इस अवसर पर उन्होंने मौजूद बच्चों में चॉकलेट, मिठाई और लड्डू बांटकर उनके चेहरे पर खुशी लाने का कार्य किया।
वात्सल्य बोरा ने बताया कि नव वर्ष पर गरीबों के बीच जाकर खुशियां मनाने एवं उनको तन ढकने के लिए सर्दी से बचाव के लिए वस्त्र व कम्बल वितरित किया गया। उन्होंने बताया कि करीब 40 जरूरतमंदों को कंबल बांटे गए। इस दौरान दुर्गेश त्रिपाठी, किरण जैन, श्वेता जैन आदि उपस्थित रही।