सत्य अहिंसा, सत्याग्रह, गांधी जीवन एवं विचार के मूल आधार : रमेश शर्मा
प्राथमिक विद्यालय चांदगंज लखनऊ में 'गांधी एक जीवन' विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। प्राथमिक विद्यालय चांदगंज लखनऊ में ‘गांधी एक जीवन’ विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि गांधी शांति प्रतिष्ठान नई दिल्ली के पूर्व निदेशक रमेश चंद शर्मा ने कहा कि सहजता, सरलता, सादगी, सत्य अहिंसा, सत्याग्रह, गांधी जीवन एवं विचार के मूल आधार हैं।बचपन में मोनिया (गांधी ) और उक्का की दोस्ती समता और बराबरी का संदेश देती है। दीवान पिता की हबेली में पैदा हुए बालक का अन्तिम निवास वापू कुटी सेवाग्राम आश्रम रहा। यह गांधी के विचार और दर्शन का प्रतीक है जो ग्रामीण संस्कृति को बढ़ावा देता है।संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए अध्यक्ष अवधी साहित्य संस्थान अमेठी डॉ अर्जुन पाण्डेय ने कहा कि मानवता के पुजारी पूज्य बापू जी का जीवन सादगी से भरा पड़ा है। गांधी जी ने राजा हरिश्चन्द्र से सत्य का एवं श्रवण कुमार से सेवा का भाव सीखा, जिसका जीवन पर्यन्त पालन करते रहे। वापू जी ने देश की आजादी के खातिर सत्य एवं अहिंसा को साधन बनाया। नेता सुभाष बोस ने उन्हें राष्ट्रपिता के नाम से पुकारा। ग्राम स्वराज एवं रामराज्य की संकल्पना गांधी जी की देन है। आज सारी दुनिया के लोग गांधी जी को सबसे ऊपर मानते हैं। देश एवं युवाओं का भविष्य गांधी मार्ग पर चलकर ही सुरक्षित रहेगा।लोक गायिका राजकीय बालिका इंटर कालेज विकास नगर की प्रधानाचार्या श्रीमती कुसुम वर्मा ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बालमन एक कोरा कागज होता है। इस बालमन में जो भी बातें छाप कर जाती हैं। वे जीवन में कभी मिटती नही हैं। आज बच्चों को पूज्य गांधी जी के जीवन दर्शन की छाप डालने की जरूरत है।
समाजसेवी, चाइल्ड लाइन 1098 के निदेशक रत्नेश कुमार ने गोष्ठी का संचालन किया और कहा कि बच्चों के लिए चाइल्ड फ्रेन्डली वातावरण मिलना चाहिए। जैसा कि बापू जी ने कल्पना की थी।
विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती रेखा यादव ने सभी का स्वागत और अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर समाज सेविका ओमसिंह, विद्यालय की शिक्षिका श्रीमती मन्दाकिनी सिंह, विनीता शुक्ल, अर्चना शुक्ला सहित सैकड़ों बच्चे उपस्थित रहे।