अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का 25वां काउंटडाउन कार्यक्रम हैदराबाद में हुआ, दस हजार से अधिक लोगों ने लिया भाग
कार्यक्रम में तेलंगाना के राज्यपाल, केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति और डोनर मंत्री, आयुष कैबिनेट मंत्री सर्बानंद सोणोवाल, आयुष राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई कालूभाई, तेलंगाना सरकार में वित्त, स्वास्थ्य, चिकित्सा और परिवार कल्याण मंत्री थन्नीरू हरीश राव हुए शामिल
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का 25वां काउंटडाउन कार्यक्रम हैदराबाद में हुआ
क्राइम रिव्यू
हैदराबाद/ नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई 2022) के 25 वें काउंटडाउन पर शुक्रवार को हैदराबाद में सामान्य योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) का प्रदर्शन किया गया, जिसमें दस हजार से ज्यादा लोगों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम आयुष मंत्रालय और तेलंगाना सरकार के संयुक्त प्रयास से हुआ। कार्यक्रम में तेलंगाना के राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन ने भाग लिया। वहीं मुख्य अतिथि के रूप में कैबिनेट आयुष, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोणोवाल, केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति और डोनर मंत्री जी किशन रेड्डी, आयुष और महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई कालूभाई और तेलंगाना सरकार में वित्त, स्वास्थ्य, चिकित्सा और परिवार कल्याण मंत्री थन्नीरू हरीश राव आदि शामिल हुए। कार्यक्रम का विषय ‘योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाओ’ रहा।
…ताकि जीवन स्तर को समृद्ध कर सकें
कार्यक्रम आयुष मंत्रालय के तहत मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (एमडीएनआईवाई) द्वारा आयोजित किया गया। सत्र का निर्देशन एमडीएनआईवाई के निदेशक डॉ. ईश्वर वी. बसवरेड्डी ने किया। कार्यक्रम का उद्देश्य योग के विभिन्न आयामों और मानव जीवन को समृद्ध करने की इसकी क्षमता के बारे में जागरूकता पैदा करना था। इसमें खेल, सिनेमा और संस्कृति की दुनिया की कई हस्तियों ने भाग लिया। कैबिनेट आयुष मंत्री सर्बानंद सोणोवाल ने कहा कि हमें योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाकर अपनी समृद्ध विरासत का जश्न मनाना चाहिए। यह हमारे स्वास्थ्य और दिमाग को समृद्ध करता है। उन्होंने कहा कि आज के आयोजन की सफलता से मैसूर में 21 जून को होने वाले 8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को और गति मिलेगी, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया भर के उत्साही और अभ्यासियों द्वारा योग के व्यापक उत्सव का नेतृत्व करेंगे। योग उत्सव के पीछे का उद्देश्य लोगों को योग को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है, जो हमारी हजारों साल की सभ्यता का एक अद्भुत उपहार है, ताकि वे अपने जीवन स्तर को समृद्ध कर सकें।