एलडीए उपाध्यक्ष की सख्ती के बाद गोमती नगर विस्तार में सील हुआ अवैध निर्माण
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डाॅ0 इन्द्रमणि त्रिपाठी ने प्रकरण में लापरवाही बरतने पर सुपरवाइजर को निलम्बित, सहायक अभियंता व अवर अभियंता को प्रतिकूल प्रवृष्टि देकर हटाया था
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डाॅ0 इन्द्रमणि त्रिपाठी की सख्ती के बाद गोमती नगर विस्तार के सेक्टर-1 में हो रहे अवैध निर्माण को प्रवर्तन टीम द्वारा सोमवार को सील कर दिया गया। इसी प्रकरण में लापरवाही उजागर होने पर उपाध्यक्ष ने सुपरवाइजर गणेश शंकर को निलम्बित कर दिया था। साथ ही सहायक अभियंता अजय गोयल व अवर अभियंता प्रमोद पाण्डेय को प्रतिकूल प्रवृष्टि देकर कार्य से हटाया गया था।
जोन-1 के जोनल अधिकारी/विहित प्राधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि राकेश पटेल व अन्य द्वारा गोमती नगर विस्तार के सेक्टर-1 में पटेलपुरम, लक्ष्मी मार्केट के पास लगभग 2500 वर्गफुट क्षेत्रफल के भूखण्ड पर अवैध रुप से बेसमेंट का निर्माण कार्य किया जा रहा था। जिसके खिलाफ विहित न्यायालय में वाद संख्या-162/2022 योजित किया गया था। वाद पक्ष द्वारा निर्माण के सम्बंध में कोई स्वीकृत मानचित्र/साक्ष्य न प्रस्तुत किये जाने पर अवैध रूप से किये गए निर्माण को सील किये जाने के आदेश दिये गए थे। उक्त आदेश के अनुपालन में आज सहायक अभियंता एस0के0 जैन के नेतृत्व में अवर अभियंता सुभाष शर्मा द्वारा प्राधिकरण पुलिस बल व गोमती नगर विस्तार थाने की पुलिस के सहयोग से उक्त स्थल को सील कर दिया गया।आशियाना में भी सील किया गया अवैध निर्माण
इसके अलावा लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा आशियाना के सेक्टर-एम में भी अवैध निर्माण सील किया गया। जोन-2 के जोनल अधिकारी/विहित प्राधिकारी ने बताया कि कमलेश द्विवेदी एवं नीलिमा द्विवेदी द्वारा प्लाट संख्या-451, सेक्टर-एम-1, विश्वनाथ एकेडमी के पास लगभग 160 वर्गमीटर क्षेत्रफल में प्राधिकरण से स्वीकृत मानचित्र का विचलन करते हुए बेसमेंट का निर्माण कराया जा रहा था। जिसके विरुद्ध विहित न्यायालय में वाद संख्या-175/2021 योजित किया गया था। इसके बाद भी विपक्षी द्वारा स्थल पर चोरी-छुपे अनाधिकृत निर्माण कार्य कराया जाता रहा। इस पर अवैध निर्माण को सील किये जाने के आदेश दिये गए थे। उक्त आदेश के अनुपालन में आज अवर अभियंता बृजेन्द्र सिंह व संजय मिश्रा द्वारा प्राधिकरण पुलिस बल व स्थानीय थाने के पुलिस बल के सहयोग से अवैध निर्माण को सील कर दिया गया।