योग हमारे भीतर ही नहीं पूरे ब्रह्मांड में लाता है शांति : पीएम मोदी
आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मैसूर पैलेस में पीएम ने किया योग। कर्नाटक के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और आयुष कैबिनेट मंत्री भी हुए शामिल
क्राइम रिव्यू
विवेक पाण्डेय
मैसूर/लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-22 (आईडीवाई) के अवसर पर मैसूर पैलेस ग्राउंड पर सामूहिक योग प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोणोवाल, आयुष सेक्रेटरी संग करीब 15 हजार लोगों ने योग किया। इसी के साथ देश के 75 प्रतिष्ठित स्थलों पर केंद्रीय मंत्रियों ने भी योग किया। पूरी दुनिया से कार्यक्रम में करोड़ों लोग शामिल हुए। योग के बाद पीएम ने लोगों को संबोधित किया। इसके बाद योग की डिजिटल प्रदर्शनी, स्टार्टअप और आयुष की पद्धतियों पर आधारित स्टैटिक प्रदर्शनी का उद्धाटन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैसूर द्वारा भारत के आध्यात्मिक केंद्रों द्वारा सदियों से पोषित की गई योग ऊर्जा आज वैश्विक स्वास्थ्य को दिशा दे रही है। आज योग वैश्विक सहयोग का आधार बनता जा रहा है और मानव जाति को स्वस्थ जीवन का विश्वास प्रदान कर रहा है। इससे पहले आयुष मंत्री ने स्वागत भाषण दिया। पीएम ने कहा कि आज हम देखते हैं कि योग घरों से निकल कर पूरे विश्व में फैल गया है। यह आध्यात्मिक अनुभूति की तस्वीर है और यह प्राकृतिक के साथ साझा मानव चेतना की तस्वीर है, खासकर पिछले दो वर्षों में एक अभूतपूर्व कोरोना महामारी में इसे देखा गया। योग किसी एक व्यक्ति के लिए नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए है। इसलिए इस बार योग दिवस की थीम मानवता के लिए योग है। भारतीय संतों का हवाला देते हुए पीएम ने कहा, “योग हमारे लिए शांति लाता है। योग से शांति केवल व्यक्तियों के लिए नहीं है। योग हमारे समाज में शांति लाता है। योग हमारे राष्ट्रों और विश्व में शांति लाता है। योग हमारे ब्रह्मांड में शांति लाता है।” यह पूरा ब्रह्मांड हमारे अपने शरीर और आत्मा से शुरू होता है। ब्रह्मांड हम से शुरू होता है और योग हमें अपने भीतर की हर चीज के प्रति जागरूक बनाता है।गार्जियन रिंग एक सूर्य एक पृथ्वी की अवधारणा को करता है रेखांकित
पीएम ने कहा कि देश अपनी स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष पर अमृत महोत्सव का जश्न मना रहा है। योग दिवस की यह व्यापक स्वीकृति भारत की उस अमृत भावना की स्वीकृति है। जिसने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को ऊर्जा दी। इसीलिए देश भर में 75 प्रतिष्ठित स्थानों पर सामूहिक योग प्रदर्शन आयोजित किए जा रहे हैं, जो भारत के गौरवशाली इतिहास के साक्षी रहे हैं और सांस्कृतिक ऊर्जा का केंद्र रहे हैं। उन्होंने ‘गार्जियन योग रिंग’ के बारे में बताते हुए कहा कि यह 79 देशों और संयुक्त राष्ट्र संगठनों के साथ विदेशों में भारतीय मिशनों के बीच एक सहयोगात्मक अभ्यास है, जो योग की एकीकरण शक्ति को राष्ट्रीय सीमाओं को पार करने के लिए चित्रित करता है। जैसा कि सूर्य स्पष्ट रूप से दुनिया भर में पूर्व से पश्चिम की ओर बढ़ता है, ऐसे ही देशों में सामूहिक योग प्रदर्शन किया गया जो पृथ्वी पर किसी एक बिंदु से देखे जाते हैं। ऐसे में यह ‘एक सूर्य, एक पृथ्वी’ की अवधारणा को रेखांकित करता है।
प्रधानमंत्री पुरस्कार विजेताओं को दी बधाई
पीएम ने कहा कि आज योग से जुड़ी अनंत संभावनाओं को साकार करने का समय है। आज हमारे युवा बड़ी संख्या में योग के क्षेत्र में नए विचारों के साथ आ रहे हैं। उन्होंने आयुष मंत्रालय द्वारा स्टार्टअप योग चैलेंज की भी जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने योग के प्रचार और विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार-21 विजेताओं को बधाई दी।
पहली बार ट्रांसजेंडर हुए शामिल
मानवता की थीम पर आधारित इस बार के योग दिवस पर पहली बार ट्रांसजेंडरों ने भी मैसूर ग्राउंड पर पीएम के साथ योग किया। कार्यक्रम ने 15 ट्रांसजेंडरों ने भाग लिया। वहीं करीब 200 दिव्यांग और 100 अनाथ बच्चों ने भी पीएम के साथ योग किया। मैसूर आयुष विभाग की डिप्टी डायरेक्टर सीता लक्ष्मी ने बताया कि ट्रांसजेंडरों ने पहली बार योग कार्यक्रम में भाग लिया है। सभी ट्रांसजेंडर मैसूर के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में शामिल होने से पहले सभी ट्रांसजेंडरों ने योग आचार्य से योग के आसन सीखे।
सरकार नौकरी में खेल विषयों की सूची में शामिल हुआ योग
प्राचीन भारतीय सांस्कृतिक विरासत का ऐतिहासिक उत्सव अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-22, 13 मार्च को 100 दिनों के काउंटडाउन अभियान के साथ शुरू हुआ था। राज्य और केंद्र सरकारों, मंत्रालयों के सहयोग से पूरे देश में विभिन्न प्रतिष्ठित स्थलों पर योग अभ्यास कार्यक्रम देखे गए। कार्यक्रम का यह क्रम विश्व की योग राजधानी मैसूर में समाप्त हो रहा है। ये बातें आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर स्वागत भाषण में कैबिनेट मंत्री आयुष सर्बानंद सोणोवाल ने कही।
योग पीएम मोदी के विश्व शांति की भावना को दर्शाता है
मंत्री ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि पीएम के अनुकरणीय और निरंतर प्रयासों के कारण ही अंतरराष्ट्रीय योग दिवस और योग विज्ञान को दुनिया भर में मान्यता मिली है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उत्सव में परिणत होने वाले प्रयास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हैं, जो व्यक्तियों, समुदायों, राष्ट्रों और दुनिया के स्वास्थ्य और कल्याण पर ध्यान केंद्रित करके विश्व शांति और सद्भाव लाने की उनकी सोच को दर्शाता है।
प्रदर्शनी से योग प्रथाओं और अनुसंधान का हो रहा प्रसार
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आज और कल दशहरा मैदान में प्रदर्शनी के माध्यम से योग प्रथाओं और अनुसंधान का प्रसार किया जा रहा है। वहीं नमस्ते योग, योग पोर्टल, वाई ब्रेक एप के जरिए योग को विश्व के कोने-कोने तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें याद है कि भारत सरकार के एक बहुत ही ठोस और सक्रिय प्रयासों के कारण योग को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की यूनेस्को की प्रतिनिधि सूची में शामिल किया गया है। फॉरवर्ड मार्च को जारी रखते हुए भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और आयुष मंत्रालय ने योग के माध्यम से लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण में उन्नति सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न पहल की है। चाहे वह स्कूलों में राष्ट्रीय योग ओलंपियाड आयोजित करना हो, योगासन को एक प्रतिस्पर्धी खेल घोषित करना हो या यह हाल ही में 17 जून को भारत सरकार के मंत्रालयों / विभागों में किसी भी समूह के ‘सी’ पद पर खिलाड़ियों की भर्ती के लिए खेल विषयों की सूची में शामिल किेया गया है।
प्रधानमंत्री योग पुरस्कार-21 में ब्राजील के मार्कस विनीसियस रोजो रॉडिक्स ने मारी बाजी
योग के विकास और संवर्धन में शानदार योगदान के लिए प्रधानमंत्री योग पुरस्कार-2021 के विजेताओं की घोषणा कर दी गई है। यह पुरस्कार अंतरराष्ट्रीय व्यक्तिगत स्तर पर ब्राजील साओ पाउलो के मार्कस विनीसियस रोजो रॉडिक्स, अंतरराष्ट्रीय संगठन स्तर पर यूनाइटेड किंग्डम की योग का ब्रिटिश पहिया संगठन और राष्ट्रीय स्तर पर लेह लद्दाख भिक्खु संघसेना को व्यक्तिगत और राष्ट्रीय संगठन स्तर पर ऋषिकेश की द डिवाइन लाइफ सोसाइटी को पुरस्कार मिला।