लखनऊ लुलु मॉल में नमाज पढ़ने पर विवाद के बाद FIR दर्ज, प्रबंधन बोला-नमाजी हमारा स्टाफ नहीं
लखनऊ लुलु मॉल में नमाज पढ़ने का मामला, लुलु मॉल मैनेजमेंट की तरफ से पुलिस को दी गई तहरीर
- क्राइम रिव्यू
लखनऊ। लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज को लेकर विवाद बढ़ने के बाद गुरुवार की शाम मॉल प्रबंधन ने सुशांत गोल्फ सिटी थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। लुलु मॉल प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि वायरल वीडियो में मॉल में नमाज पढ़ते दिखाई दे रहे लोगों से उस्का कोई संबंध नहीं हैं। वह मॉल के कर्मचारी भी नहीं हैं। बताते चले कि अभी 11 जुलाई को लुलु मॉल का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों उद्घाटन किया गया था।
लुलु मॉल में नमाज पढ़ने की वीडियो तेजी से वायरल हुआ। सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो में आधा दर्जन लोग मॉल के भीतर नमाज पढ़ते नजर आ रहे हैं। ऐसे बताया जा रहा है कि बकरीद के दिन यह नमाज पढ़ी गई। उस दिन मॉल में चहलपहल भी कम होने की बात कही गई। मॉल में नमाज पढ़ने के विडियो को लेकर लोगों की तरह तरह की प्रतिक्रिया शुरू हो गई। हिन्दू धर्म व हिंदुत्व को लेकर प्रखर हिन्दू नेत्री नेहा तिवारी ने वीडियो को लेकर गहरी नाराजगी जताते हुए उन्होंने हिन्दू समाज के लोगों से मॉल का बहिष्कार करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि मॉल में हनुमान चालीसा का पाठ करने की भी बात कही।
हिन्दू महासभा ने सबसे पहले उठाया मुद्दा
वीडियो वायरल होने पर हिंदू महासभा ने सबसे पहले मामले को उठाया। महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने कहा कि सार्वजनिक जगहों पर नमाज पढ़ने की मनाही है। इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि मॉल में एक खास धर्म के लोगों को ही नौकरी दी जा रही है। शिशिर चतुर्वेदी ने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो मॉल में सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा।
विवाद बढ़ता देख मॉल प्रबंधन दर्ज कराया मुकदमा
विवाद बढ़ता देख मॉल प्रबंधन ने अपनी तरफ से थाने में तहरीर दी। मॉल प्रबंधन ने सफाई दी कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि मॉल में किसी धार्मिक गतिविधि की अनुमति नहीं है। एडीसीपी दक्षिण राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मॉल के पीआरओ सिब्तैन हुसैन की तरफ से दी गई तहरीर के आधार पर मुकदम दर्ज कर लिया गया है। कहा कि अज्ञात नमाजियों के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।