स्कॉलर्स होम विद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों को मिला सम्मान, छात्र-जूरी सदस्य भी हुए सम्मानित
साबुन से सुरक्षित हाथ धोने पर व्यावहारिक परिवर्तन पर चुनौतियों को किया साझा
क्राइम रिव्यू
लखनऊ। गोमतीनगर स्थित स्कॉलर्स होम से पांच छात्रों को जूरी सदस्य के रूप में चुना गया। साथ ही हाथ की स्वच्छता पर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों के साथ यूनिसेफ इंडिया, फिक्की और वॉश सॉल्यूशन भारत स्वच्छता गठबंधन द्वारा संकल्पित किया गया। यह राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता फरवरी-मार्च, 2022 में साबुन स्टेशनों के साथ उपयुक्त डिजाइन, प्रोटोटाइप विकास और हाथ धोने के संचालन के लिए आमंत्रित करने के लिए आयोजित की गई । हमारे छात्र-जूरी की मुख्य जिम्मेदारी प्राप्त पचास से अधिक नवीन डिजाइनों में से शीर्ष पांच पुरस्कार विजेता डिजाइनों का मूल्यांकन और चयन करना था।सुश्री विनी महाजन आईएएस, सचिव पेयजल और स्वच्छता विभाग, जल संसाधन मंत्रालय, भारत सरकार की अध्यक्षता में एक भव्य कार्यक्रम में स्कॉलर्स होम के विजेताओं और छात्र-जूरी सदस्यों को सम्मानित किया गया। इन्होंने यूनिसेफ इंडिया, वाश सॉल्यूशन तथा 6 अप्रैल, 2022 को नई दिल्ली में फिक्की हाउस ऑडिटोरियम में फिक्की इंडिया स्वच्छता अभियान का नेतृत्व किया। प्रथम पुरस्कार विजेता श्री मनीष जाधव के साथ भागीदारी करके स्कूलों में साबुन से सुरक्षित हाथ धोने को बढ़ावा देने के लिए अगस्त 2022 में वॉश सॉल्यूशन द्वारा “स्कॉलर्स होम”विद्यालय परिसर को फिर से आमंत्रित किया गया था।अवार्ड-ऑन-डिज़ाइन के बाद, प्रोटोटाइप को मनीष जाधव द्वारा विकसित किया गया है, जो एक पूर्व-एनआईटी और आईआईटी छात्र हैं, जो वर्तमान में कोच्चि में वी गार्ड के साथ काम कर रहे हैं।
प्रोटोटाइप मॉडल लखनऊ के गोमती नगर में स्थित स्कॉलर्स होम परिसर में स्थापित है। इस अभिनव हाथ धोने के स्टेशन के संचालन के लिए एक उद्घाटन कार्यक्रम 20 सितंबर, 2022 को स्कॉलर्स होम विद्यालय मे आयोजित किया गया और इसमें यूनिसेफ लखनऊ कार्यालय में वॉश विशेषज्ञ डॉ नागेंद्र प्रताप सिंह, यूनिसेफ में वॉश परियोजना अधिकारी सुश्री अनन्या घोषाल ने भाग लिया तथा सुश्री मिताली अग्रवाल मेहता, वरिष्ठ कार्यक्रम प्रबंधक और आदित्य भुइयां, भारत स्वच्छता गठबंधन-फिक्की नई दिल्ली में कार्यक्रम अधिकारी, मनीष जाधव प्रथम पुरस्कार विजेता और अनुभव भटनागर, वाश सॉल्यूशन ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त कियेl अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय की प्रधानाचार्या सुश्री प्रियंका भारद्वाज ने साबुन से सुरक्षित हाथ धोने पर व्यावहारिक परिवर्तन से संबंधित कुछ चुनौतियों को हल करने के लिए सहयोगात्मक प्रयास करने की आवश्यकता व्यक्त की।
कार्यक्रम में विद्यालय की निदेशिका सरिता जायसवाल और सानिध्य कुमार तथा सभी शिक्षकों और जूरी सदस्यों, छात्रों और हैंडवाशिंग चैंपियन ने पूरे जोश और उत्साह के साथ भाग लिया। इस अवसर पर बोलते हुए डॉ नागेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि यूनिसेफ, स्कूलों में साबुन से सुरक्षित हाथ धोने का समर्थन क्यों और कैसे करता है सुश्री अनन्या घोषाल ने बच्चों को मंत्र “सुमन के” को समझाया। अनुभव भटनागर ने यूनिसेफ इंडिया और आईएससी-फिक्की के नेतृत्व में इस पहल का तहे दिल से समर्थन करने के लिए स्कॉलर्स होम के प्रबंधन और छात्रों को धन्यवाद दिया। स्कॉलर्स होमपरिवार का मानना है कि हाथ की स्वच्छता पर ये नवाचार जो कम लागत, भविष्य में महामारी के अनुकूल और उपयोगकर्ता के अनुकूल है l भारत के ग्रामीण और शहरी स्कूलों में इस अभियान को बढ़ावा दिया जाए तथा स्कूली बच्चों के लिए स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ावा देने के उद्देश्य का समर्थन करने का संकल्प करता है। वाश सॉल्यूशन यूनिसेफ इंडिया और आईएससी-फिक्की के साथ साझेदारी की है। इस कारण को निदेशकों सुश्री सरिता जायसवाल और सानिध्य कुमार द्वारा सुगम और समर्थित किया गया। जिन्होंने स्थानीय के लिए वोकल होने पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में शिक्षकों, जूरी सदस्यों, छात्रों और हैंडवाशिंग चैंपियन ने पूरे जोश और उत्साह से हिस्सा लिया।